नई दिल्ली: एक तरफ देश में कोरोना महामारी है. दूसरी तरफ वक्त से पहले आया मॉनसून भारत के कई हिस्सों में बाढ़ के हालात ले आया है. नेपाल में कोशी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से बांध के 38 फाटक खोल दिए गए हैं. वहीं बिहार की तीन नदियां कोशी, गंगा और गंडक लगातार हो रही बारिश से ऊफान पर है. इन नदियों के आसपास के इलाके डूबने लगे हैं.
नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है
बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण उत्तर बिहार में नदियां उफनाने लगी हैं. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरंभगा, सीतामढ़ी में कई नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, महानंदा, कोसी, बागमती और कमला बलान उफान पर हैं तथा गंगा के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. इधर, कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. लोग घरों को छोड़कर अब सुरक्षित स्थानों पर ठिकाना खोजने लगे हैं.
NDRF और ACRF के जवान कर रहे हैं लोगों को जागरूक
बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसीआरएफ के जवानों को जिलों में तैनात कर दिया गया है. हालांकि अभी राज्य में बाढ़ की स्थिति भयावह नहीं हुई है. आपदा बल इस समय लोगों को जागरूक करने में जुटा है. जिला मुख्यालय से लेकर गांवों तक में आपदा बल के लोग पहुंच रहे हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
एनडीआरएफ की कुल 13 टीमों बिहार में तैनात
एनडीआरएफ भी लोगों को जागरूक करने में जुटा है. बिहटा एनडीआरएफ की 9वीं वाहिनी के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि आपदा बल के लोगों को प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है. उन्होंने बताया कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की मांग पर और बल मुख्यालय एनडीआरएफ , नई दिल्ली की सहमति से 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ की कुल 13 टीमों को बिहार राज्य के कटिहार, अररिया, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया, नालंदा, छपरा, पटना और बक्सर जिलों में तैनात किया गया है.
उन्होंने माना कि कोरोना काल में बाढ़ से निपटना एक चुनौती है, लेकिन एनडीआरएफ की टीम अभी से ही लोगों को जागरूक करने में जुटी है.
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से ग्रामीणों को बाहर निकलने के तरीके बताए जा रहे हैं. इसके अलावा मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाने को प्राथमिकता देने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा कि आपदा बल के लोगों को भी प्रशिक्षित करने की योजना बनाई जा रही है.
एनडीआरएफ का मानना है कि इस जागरूकता कार्यक्रम के बाद बाढ़ आने पर लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में सुविधा होगी और इससे सामुदायिक संक्रमण को भी रोका जा सकेगा.
एसडीआरएफ की 14 टीमें और होमगार्ड के 100 जवान भी तैनात
सरकारी सूत्रों के अनुसार, एसडीआरएफ की 14 टीमों और होमगार्ड के 100 जवानों को पूर्णिया, खगड़िया, सीवान, पटना, भागलपुर, सहरसा, मुजफ्फरपुर, वैशाली, मधुबनी, सीतमाढ़ी, मधेपुरा और समस्तीपुर में तैनात किया गया है.
गौरतलब है कि बिहार के विभिन्न जिलों में प्रतिवर्ष बाढ़ का कहर टूटता है, जिससे लोग तबाह हो जाते हैं.
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