नई दिल्लीः सीमा पर तनाव के चलते जम्मू में पाकिस्तानी सीमा से 5 किलोमीटर दायरे में आने वाले सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल 26 जनवरी तक बंद रहेंगे. जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की तरफ से सीजफायर के बार-बार उल्लंघन के चलते सरकार को ये कदम उठाना पड़ रहा है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को इसके बारे में कुछ करना चाहिए. स्थानीय लोगों के मुताबिक स्कूल बंद होने से उन्हें परेशानी हो रही है.



लगातार गोलाबीर कर रहा है पाकिस्तान


बता दें कि पाकिस्तान पिछले कई दिनों से सीमा से सटे इलाकों पर फायरिंग कर रहा है. सोमवार की रात करीब पौने आठ बजे पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग शुरू हुई. जम्मू के अखनूर, आरएस पुरा और कानाचक इलाके में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की गई. इस फायरिंग में कानाचक इलाके में एक आम नागरिक की मौत हो गई.


वहीं बीते 20 जनवरी को पाकिस्तानी सैनिकों की गोलाबारी के चलते दूध आपूर्ति करने वाले गुज्जरों की बस्ती जोराफार्म में सैकड़ों कुल्ला (फूस के मकान) तबाह हो गए और सैकड़ों मवेशी मारे गए. यह बस्ती आरएसएस पुरा में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित है. जहां 100 से अधिक परिवारों का घर है. यह बस्ती जम्मू में दूध और दुग्ध उत्पादों की आपूर्तिकर्ता के तौर पर मशहूर है. इसी तरह लगातार पाकिस्तानी सीमा पर से सीजफायर का उल्लंघन और सीमावर्ती इलाकों में गोलीबारी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.


जवाबी कार्रवाई कर रहा है भारत


सीमा पर जारी पाकिस्तान की नापाक करतूतों का बीएसएफ ने करारा जवाब दिया है. बीएसएफ ने वीडियो जारी कर बताया कि पाकिस्तान पर चार दिनों में 9 हजार मोर्टार शेल दागकर कई पाकिस्तानी चौकियां तबाह की गई हैं. भारत की इस जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान के सेना प्रमुख बौखला गए हैं. पाकिस्तान के सेना प्रमुख जावेद बाजवा को सीमा का दौरा करना पड़ा.


बीएसएफ ने आतंक को जवाब देने वाले के दो छोटे-छोटे वीडियो जारी किए हैं. वीडियो इस बात का सबूत देते हैं कि पाकिस्तान की फायरिंग में शहीद पांच जवान सहित 12 भारतीय की चिता की आग शांत होने से पहले बीएसएफ ने पाकिस्तान के चौकियों को आग के हवाले कर हिंदुस्तान ने इंतकाम ले लिया.