श्रीनगर: सेना ने सोमवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में गोलीबारी में मारे गये सभी लोग उग्रवाद से जुड़े थे और जवानों ने आत्मरक्षा के लिए कार्रवाई की. रविवार रात इस घटना में दो उग्रवादियों समेत छह लोग मारे गये. गोलीबारी की घटना के बारे में सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि पाहनू गांव के पास ट्रेंज- पिंजूरा मार्ग पर चलित वाहन जांच चौकी (एमवीसीपी) पर तैनात जवानों पर तेजी से जा रहे दो वाहनों में सवार लोगों ने गोलियां चलाईं. प्रवक्ता ने बताया कि रविवार रात करीब आठ बजे तेजी से जा रहे दो वाहनों को ट्रेंज गांव की तरफ से जांच चौकी की ओर बढ़ते हुए देखा गया.


हमारे जवानों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई- सेना के प्रवक्ता


उन्होंने कहा कि सैनिकों की ओर से रुकने का संकेत दिये जाने के बावजूद वाहन बढ़ते रहे. जवानों ने गाड़ियों पर सर्च लाइट से रोशनी डाली लेकिन उन पर सवार लोगों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी. प्रवक्ता के अनुसार, ‘‘ हमारे जवानों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई. मुठभेड़ में एक वाहन से गोली चला रहा आतंकवादी गोली लगने से गाड़ी से गिर गया. गाड़ी सड़क पर नाले की तरफ मुड़ गयी और दूसरी गाड़ी तेजी से चली गयी.’’


बाद में उग्रवादी आमिर अहमद मलिक का शव मिल गया. सी श्रेणी का आतंकी मलिक पिछले साल जुलाई से लश्कर- ए- तैयबा से जुड़ा था. मारे गये आतंकी के पास से एक एके-47 राइफल, तीन मैगजीन और88 राउंड कारतूस मिले हैं. प्रवक्ता ने बताया, ‘‘ तलाशी में गाड़ी में तीन और लाशें मिलीं. ये लोग आतंकी के साथी थे.’’ उन्होंने कहा कि सोमवार को सुबह करीब नौ बजे सइदापुरा गांव में सेबों के बाग से एक और उग्रवादी की लाश मिली जिसकी पहचान आशिक हुसैन भट के तौर पर की गयी है. भट भी पहनू गांव वाले घटनाक्रम से जुड़ा था.


जवानों की ओर से अंधाधुंध की गई गोलीबारी में मारे गए सभी-  स्थानीय लोगों और परिवार का आरोप


प्रवक्ता के अनुसार दूसरी जिस गाड़ी से सैनिकों पर गोली चलाई गयी थी, वह सोमवार को सुबह गोलीबारी की जगह से करीब 200 मीटर दूर पिंजूरा के पास मिली. उन्होंने कहा, ‘‘ कार में एक और व्यक्ति मृत मिला. उसकी पहचान गौहर अहमद लोन के रूप में की गयी है.’’ स्थानीय लोगों और मृत युवकों के परिवार ने घटना पर सेना की बात मानने से इनकार कर दिया है और आरोप लगाया है कि उनका उग्रवाद से कोई लेनादेना नहीं है और वे जवानों की ओर से अंधाधुंध की गई गोलीबारी में मारे गये हैं.


दोनों तरफ से चली गोलीबारी में मारे गए चार लोग- मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती


मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी कहा है कि चार लोग दोनों तरफ से चली गोलीबारी में मारे गये हैं. शोपियां से सत्तारूढ़ पीडीपी के विधायक मोहम्मद यूसुफ भट ने घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि कोई भी परिस्थिति इन आम नागरिकों की मौत को जायज नहीं ठहरा सकती.