गाजियाबाद/रायपुर: बीबीसी और अमर उजाला में वरिष्ठ पदों पर रह चुके पत्रकार विनोद वर्मा को छत्तीसगढ़ पुलिस ने ब्लैकमेल और उगाही के आरोपों में आज सुबह उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया. कोर्ट ने अब उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस अब उन्हें छत्तीसगढ़ ले जा सकती है.  विनोद वर्मा  ने दावा किया है कि उनके पास ‘‘छत्तीसगढ़ के एक नेता की सेक्स सीडी’’ थी, जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ पुलिस उनसे खफा थी.

जानें इस मामले की अभी तक की दस बड़ी बातें.

  • विनोद वर्मा को गिरफ्तार करने के बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला ने बताया कि करीब 500 पोर्न सीडी, दो लाख रुपए नकद, एक पेन ड्राइव, लैपटॉप और एक डायरी पत्रकार के घर से बरामद की गई है.

  • एबीपी न्यूज़ से बाद करते हुए विनोद वर्मा ने कहा, ''मेरे घर से पुलिस को दो लाख 26 हजार कैश, लैपटॉप और पेन ड्राइव मिली है. मेरे पास बहुत बड़ा मामला है. इस मामले को दबाने के लिए मुझे गिरफ्तार किया गया है. मैंने आज तक राजेश मूढ़त से बात नहीं की है.'' आपको बता दें कि राजेश मूणत रमन सिंह सरकार में पीडब्लूडी मंत्री हैं.

  • छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के पंडरी पुलिस थाने में पत्रकार के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत ब्लैकमेलिंग और उगाही का मामला दर्ज किया गया है.

  • इसके बाद पुलिस ने विनोद वर्मा को गाजियाबाद की स्थानीय कोर्ट में पेश किया और उनकी ट्रांजिट रिमांड की मांग की, लेकिन कोर्ट ने पुलिस की इस मांग पर सवाल उठा दिए. कोर्ट ने कहा कि जब सीडी ही नहीं है तो विनोद वर्मा को गिरफ्तार कैसे किया गया है. विनोद वर्मा ने भी कोर्ट में कहा कि एफआईआर में मेरा नाम तक नहीं है, फिर भी बिना नोटिस के मुझे गिरफ्तार किया गया है.

  • विनोद वर्मा की ओर से राजेश मूणत का नाम लिए जाने के बाद बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी. राजेश मूणत ने कहा, ‘’मेरे पास कोई फोन नहीं आया. ये कांग्रेस का षडयंत्र है, मुझे फंसाने की कोशिश हो रही है. सीडी पूरी तरह फर्जी है, ये मेरी चरित्र हत्या की कोशिश है. आखिर पांच सौ सीडी बनाने की जरूरत क्या पड़ी? ये पूरा ब्लैकमेलिंग का खेल है.’’

  • वहीं, बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांग्रेस ने कहा, ‘’हमारे पास ये सीडी आई थी. हम चाहते थे कि इसकी पड़ताल कर इसे सामने लाया जाए, लेकिन सरकार खुद इसे मुद्दा बनाना चाहती है, इसलिए वरिष्ठ पत्रकार को आधी रात में गिरफ्तार करवा लिया और राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया. सीडी में कद्दावर मंत्री हैं, सरकार जांच करवाए.’’

  • छत्तीसगढ़ पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, ''पुलिस ने छत्तीसगढ़ में प्रकाश बजाज नाम के शख्स की शिकायत पर कार्रवाई की है. प्रकाश बजाज ने अपनी शिकायत में बताया था कि उन्हें दिल्ली से एक शख्स का फोन आया. उसने कहा कि तुम्हारे आका की एक सीडी हमारे पास है, अगर पैसे नहीं दिए तो सीडी को सार्वजनिक कर देंगे.''

  • पुलिस ने बताया, ‘’क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के आधार पर हमने दिल्ली में उस शख्स को पकड़ा जिनसे प्रकाश बजाज को फोन किया था. इस सीडी बनाने वाले शख्स ने बताया कि उसे विनोद वर्मा नाम के व्यक्ति ने एक हजार सीडी बनाने का ऑर्डर दिया गया था. सीडी बनाने वाले शख्स से मिले नंबर पर पड़ताल करते हुए पुलिस गाजियाबाद में विनोद वर्मा के घर पहुंची. यहां से पुलिस को 500 सीडी और पेन ड्राइव मिली. इसी आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया.''

  • बीबीसी और अमर उजाला के पूर्व पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी की खबर बाहर आते ही इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के अनेक वरिष्ठ पत्रकार गाजियाबाद पुलिस स्टेशन के बाहर एकत्रित हो गए. आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व पत्रकार आशुतोष ने इसे ‘प्रेस पर हमला’ करार दिया है.

  • विनोद इन दिनों छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के सोशल मीडिया प्रभारी हैं. ताजा जानकारी ये है कि कोर्ट में पुलिस बरामद सीडी नहीं दिखा पाई है और एफआईआर में विनोद का नाम भी नहीं है.