जयपुर: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को किसी का नाम लिए बगैर कहा कि लोगों को देश की तरक्की में बाधा नहीं खड़ी करनी चाहिए. केवल सकारात्मक रुख के साथ विकास के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा, "लोगों को तरक्की में बाधा नहीं बनना चाहिए. मुद्दों के लिए कोई दोहरा रवैया नहीं अपनाना चाहिए."
केरल की नन ने बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने साल 2014 से 2016 के बीच 14 बार उनका यौन उत्पीड़न किया. इसपर गिरिराज सिंह ने कहा, "यह ना हो कि जब केरल का मुद्दा आए तो कुछ और नजरिया हो और हिंदू धर्म गुरुओं की बात आए तो नजरिया कुछ और हो." इस केस में अभी तक आरोपी बिशप को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
मंत्री ने कहा, "देश को सकारात्मक नजरिए से देखने की कोशिश होनी चाहिए और इसके केंद्र में विकास और भारत माता ही होनी चाहिए." सिंह कुमाराप्पा राष्ट्रीय हाथ कागज संस्थान के जरिए विकसित चार प्रोड्क्ट्स को पेश करने के लिए पहुंचे थे. यह संस्थान खादी व ग्रामोद्योग आयोग की एक इकाई है. इसके नए प्रोड्क्ट्स में गोबर और कपड़े की कतरनों से बना कागज भी शामिल था.
केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा, "इस संस्थान ने गोबर और कपड़े की कतरनों को मिलाकर कागज बनाया है. मैं राहुल गांधी, मॉब लिंचरों और अवॉर्ड वापसी करने वाले लोगों से आग्रह करना चाहूंगा कि वे देखें कि आयोग महात्मा गांधी और पीएम नरेंद्र मोदी के (स्वच्छता के) सपने को किस उंचाई पर ले जा रहा है."
गोबर के इस्तेमाल से कागज बनाने की यह नई पहल
गिरिराज ने कहा कि संस्थान ने प्लास्टिक कचरे से भी कागज बनाया है जो कि बहुत ही अच्छा कदम है. उन्होंने कहा कि गोबर के इस्तेमाल से कागज बनाने की यह नई पहल है और उनका मंत्रालय इसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करने के लिए अक्टूबर तक नीतिगत फैसला करेगा. उन्होंने आगे कहा, "इससे केवल गोबर का इस्तेमाल ही नहीं हो सकेगा बल्कि रोजगार भी पैदा होंगे."
मंत्री ने इस अवसर पर फूलों के सत और नारियल छिलके से बनाई पर्यावरण अनुकूल हवन सामग्री भी पेश की. उन्होंने कहा कि इससे स्वच्छता अभियान में मदद मिलेगी क्योंकि इस्तेमाल नहीं होने वाले फूलों और नारियल छिलके का उपयोग इसमें होगा.