नई दिल्ली: राम मंदिर ट्रस्ट के ऐलान के साथ ही विपक्षी सांसदों ने उस पर सवाल भी खड़े करने शुरू कर दिए हैं. कांग्रेस के अलग अलग नेताओं की तरफ से सवाल उठाते हुए कहा गया है, "जब सुप्रीम कोर्ट ने तीन महीने पहले ट्रस्ट बनाने की बात कही थी तो आखिर ट्रस्ट बनाने में की देरी क्यों की गई." बीजेपी को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए और राम मंदिर बनाने का श्रेय लेने से बचना चाहिए. वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा, "कांग्रेस के चलते ही आज तक राम मंदिर नहीं बन पाया है."
राम के नाम पर नहीं हो राजनीति- कांग्रेस
कांग्रेसी नेताओं ने राम मंदिर ट्रस्ट के एलान पर कहा, "बीजेपी को इस मुद्दे पर राजनीति से बचना चाहिए क्योंकि यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद करना ही था, लेकिन सवाल यह है कि आखिर इस फैसले को लेने में इतना वक्त क्यों लिया गया और रही बात राम मंदिर की तो राम हम सबके दिल में बसते हैं तो बीजेपी को राम के नाम पर राजनीति नहीं करनी चाहिए."
कांग्रेस नहीं चाहती थी कि अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर- बीजेपी
कांग्रेस के नेताओं के इन बयानों पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा, "कांग्रेस 70 सालों से कोशिश कर रही थी कि राम मंदिर का निर्माण ना हो, क्योंकि अगर कांग्रेस चाहती तो आज से कई दशक पहले राम मंदिर का निर्माण हो चुका होता. कांग्रेस तो राम के अस्तित्व को भी मानने से इंकार कर रही थी लेकिन मोदी सरकार आने के बाद सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने राम मंदिर बनाने को लेकर मजबूती से अपनी दलील पेश की. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने रामलला विराजमान के पक्ष में फैसला दिया. अब मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए ही राम मंदिर ट्रस्ट का ऐलान कर दिया है और उम्मीद की जा सकती है कि जल्द ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन कर तैयार हो जाएगा."
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