फॉर्मूला हुआ तय, सीएम भाजपा का, डिप्टी सीएम जेजेपी का, दुष्यंत बोले- हरियाणा प्रगति के पथ पर है
हरियाणा में सरकार बनाने के लिए बीजेपी और जेजेपी साथ आ गए हैं. अमित शाह और दुष्यंत चौटाला ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका एलान किया.. बीजेपी ने 40 सीटों पर जीत दर्ज की है और जेजेपी के खाते में 10 सीटें आई हैं. ऐसे में दोनों को मिलाकर ये आंकड़ा 50 का होता है. 90 विधानसभा सीटों वाले राज्य हरियाणा में बहुमत का आंकड़ा 46 है.
नई दिल्ली: हरियाणा में सरकार बनाने की बीजेपी की कवायद पूरी हो गई है. बीजेपी में सराकर बनाने के लिए बीजेपी और दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी के बीच गठबंधन हुआ है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि हरियाणा में बीजेपी जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बीजेपी का होगा और उप मुख्यमंत्री जेजेपी का होगा. उन्होंने यह भी बताया कई निर्दलीय विधायकों का हमें समर्थन मिला है.
अमित शाह ने कहा, ''हरियाणा बीजेपी के सभी वरिष्ठ और जेजेपी के नेताओं की आज बैठक हुई. हरियाणा की जनता ने जो जनादेश दिया है उसे मद्देनजर रखते हुए, उसे स्वीकार करते हुए दोनों पार्टियों के नेताओं ने तय किया है कि हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी मिलकर सरकार बनाएंगी. इस सरकार में मुख्यमंत्री बेजीपी का होगा और उप मुख्यमंत्री जेजेपी से होगा.''
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अमित शाह ने आगे कहा, ''कई सारे निर्दलीय विधायकों ने भी इस गठबंधन को अपना समर्थन दिया है. कल बीजेपी का नेता चुने जाने के बाद सरकार बनाने की आगे की प्रक्रिया तुरंत शुरू कर दी जाएगी. अगले पांच साल तक बीजेपी और जेजेपी की सरकार हरियाणा के विकास को मोदी जी के नेतृत्व में आगे ले जाएगी.''
उन्होंने कहा, ''हरियाणा की जनता ने जो जनादेश दिया है उसको ध्यान में रखकर बीजेपी और जेजेपी के नेताओं ने यह निर्णय लिया है और आज दोनों नेता भी यहां मोजूद हैं. मैं बीजेपी की ओर से दोनों को बधाई देता हूं, साथ ही आने वाली सरकार के लिए कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं भी देता हूं.''
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दुष्यंत चौटाला ने क्या कहा? जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा, ''प्रदेश को स्थायी सरकार देने के लिए बीजेपी और जेजेपी का साथ आना जरूरी था. हमारे विधायकों ने मिलकर निर्णय लिया लिया की प्रदेश के विकास के लिए स्थायी सरकार की जररूरत है. मैं यह मानता हूं कि जनसंघ के समय से चौधरी देवीलाल जी जब सक्रिय राजनीति में थे तब से लेकर आज तक, हम अलग अलग समय में मिलकर साथ चलें हैं. आज भी प्रदेश को जरूरत है, प्रदेश को आगे ले जाने के लिए हमें मिलकर साथ चलना पड़ेगा.' उन्होंने कहा, ''आगे का जो भी फैसला होगा वो राज्यपाल से मिलकर होगा. हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि हरियाणा प्रगति के पथ पर चलेगा.''
कैसे तय हुआ दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन? दुष्यंत चौटाला आज बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के साथ अमित शाह से मिलने पहुंचे थे. दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई इसके बाद इस फैसले का एलान किया गया. बता दें कि इससे पहले आज दिन में जब दुष्यंत चौटाला ने मीडिया से बातचीत की थी तभी उन्होंने इस बात के संकेत दिए थे कि वे बीजेपी को अपना समर्थन दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि जो पार्टी उन्हें सम्मान देगी वे उसके साथ जा सकते हैं. इसके बाद कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दुष्यंत चौटाला को साथ आने का न्योता दिया लेकिन चौटाला ने बीजेपी के साथ जाने का फैसला लिया.
हरियाणा की जनता ने किसे दिया जनादेश? राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. बीजेपी को 40 सीटें आई और वह बहुमत से दूर रह गई. वहीं जेजेपी ने विधानसभा चुनाव में 10 सीटों पर जीत हासिल की. ऐसे में अब सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है. बीजेपी और जेजेपी को मिलाकर कुल आंकड़ा 50 पुहंच जाता है. राज्य में सरकार बनाने के लिए 46 विधायकों का समर्थन होने चाहिए.