Maharashtra News: महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार में मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा का शिवाजी महाराज को लेकर दिया गया विवादित बयान थमने का नाम नहीं ले रहा. विपक्ष लोढ़ा के बयान को जमकर भुना रहा है. बता दें कि अपने बयान को लेकर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री ने माफी भी मांग ली है. 


गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा था कि औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को क़ैद कर रखा था लेकिन वह स्वराज्य के लिए उससे बाहर निकल आए थे. ठीक उसी तरह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी किसी ने क़ैद कर लिया था लेकिन वह महाराष्ट्र के लिए उससे निकलकर आ गए. इस बयान के बाद विपक्ष लोढ़ा पर हमलावर है. 


बीजेपी ने लोढ़ा को छोड़ा अकेला


इस विवाद के बीच भाजपा ने लोढ़ा को अकेला छोड़ दिया है. अभी तक किसी भी बड़े नेता ने लोढ़ा का सार्वजनिक रूप से बचाव नहीं किया है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस घटना पर चुप्पी साध रखी है. इसके साथ ही पार्टी का कहना है कि ऐतिहासिक घटनाओं और महापुरुषों पर लोगों को बोलते समय सावधानी बरतनी चाहिए. 


इससे स्पष्ट तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीजेपी ने इस विवाद से खुद को दूर कर लिया है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के एक वरिष्ठ महासचिव ने नाम न छापने की शर्त पर कहा है कि कभी-कभी, चुप रहना बेहतर होता है. 


मुख्यमंत्री ने किया है बचाव 


इन सब के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने मंत्री का बचाव किया है. तनाव को कम करने की कोशिश करते हुए, सीएम ने कहा कि लोढ़ा ने प्रतापगढ़ किले के लिए 25 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, शिवाजी महाराज हम सभी के लिए अत्यधिक पूजनीय हैं. शिवाजी की तुलना किसी से नहीं की जा सकती.


वहीं, लोढ़ा ने अपने बयान पर माफी मांगते हुए कहा है कि शिवाजी का अपमान करने का उनका इरादा कभी नहीं था. मैंने कुछ गलत नहीं किया है और शिवाजी का अपमान नहीं किया है. मैं शिवाजी महाराज का दिल से सम्मान करता हूं.


महाराष्ट्र सरकार में सबसे अमीर मंत्री हैं लोढ़ा 


बता दें कि शिंदे-फडणवीस सरकार के मंत्रिमंडल में मंगलप्रभात लोढा सबसे अमीर मंत्री है. पेशे से बिल्डर मंगल प्रभात लोढा के पास 441 करोड़ की चल और अचल संपत्ति है. लोढा के पास 252 करोड़ की चल और 189 करोड़ की अचल संपत्ति है. इसके अलावा उनके पास जगुआर कार और शेयर बाजार में कुछ निवेश भी हैं. दक्षिण मुंबई में लोढा के 5 फ्लैट भी हैं. लोढा के खिलाफ भी पांच केस दर्ज हैं.


बताया जाता है कि छात्र जीवन से ही लोढ़ा आरएसएस से संबद्ध छात्र संगठन एबीवीपी से जुड़े थे. उन्होंने 1995 में चुनावी राजनीति में पदार्पण किया, तब उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा. वर्तमान में, वह मुंबई में हाई-प्रोफाइल मालाबार हिल्स निर्वाचन क्षेत्र से छह बार विधायक से हैं.


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