नई दिल्लीः गुजरात में परप्रांतीय पर हो रहे हमलों के बीच राजनीति जमकर हो रही है और पार्टियां, राजनेता एक दूसरे पर हमलावर हैं. आज गुजरात सरकार की तरफ से गृह मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने कहा कि गुजरात में परप्रांतीयों पर हो रहे हमले में कांग्रेस व अल्पेश की ठाकोर सेना का हाथ है. इसके पीछे उन्होंने अल्पेश ठाकोर के एक वीडियो का हवाला दिया और कहा कि इस मामले में ऐसे 20 लोगों के खिलाफ सरकार के पास सबूत हैं.

दरअसल कांग्रेस के विधायक अल्पेश ठाकोर का भड़काने वाला वीडियो सामने आया है और बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अल्पेश का ये वीडियो जारी किया है. वीडियो में साफ साफ दिख रहा है कि अल्पेश गुजरात के लोगों को भड़का रहे हैं. वो कहते दिख रहे हैं कि बाहरी लोग आते हैं और यहां (गुजरात में) क्राइम करके भाग जाते हैं. आज बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस पार्टी अल्पेश ठाकोर को निष्कासित करे क्योंकि अल्पेश ठाकोर ने जो भाषण दिया है उज़के बाद ही ये सब मामला भड़का है.

डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने भी कहा कि अल्पेश ठाकोर ने भड़काऊ भाषण दिए हैं और राज्य में फैक्ट्री बंद करवाने के पीछे उनका हाथ है. इसके अलावा वो अपने वीडियो में लोगों को उत्तर भारतीयों समेत दूसरे प्रांत के लोगों के खिलाफ गुजरात के लोगों को भड़काते साफ दिख रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ये बताना चाहिए कि वो हिंसा फैलाने वाले शख्स को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर ऊपर रखना चाहते हैं या नहीं.

वहीं आज एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए ठाकोर ने कहा, ''मेरे ठाकोर समुदाय के साथ बुरा हो रहा है. 14 महीने की बच्ची के साथ बलात्कार का मामला शर्मनाक है और ये लोग षड्यंत्र करके परप्रांतियों को भगाने की बात कर रहे हैं. परप्रांतीय तो हमारे लोग है. मैं फिर भी आप को बताना चाहता हूं कि मेरा बेटा अस्पताल में है. मुझे और हमारे समुदाय को बदनाम किया गया तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा. यह राजनीति मेरी नहीं है.''

कांग्रेस विधायक ने कहा, ''मैंने कभी भी किसी उत्तर भारतीय को गुजरात से बाहर निकालने की बात नहीं की. मैनें सिर्फ पीड़ित बच्ची को न्याय दिलवाने की बात की है. मैं अब छोटा नेता नहीं हूं, मैं बड़ा बन चुका हूं. मैं बिहार में कांग्रेस का सह-प्रभारी हूं. ऐसे में मैं बिहारियों को निकालने की बात कैसे कर सकता हूं?''

मामला कब शुरू हुआ
दरअसल ये मामला तब शुरू हुआ जब 28 सितंबर को 14 महीने की एक बच्ची के साथ रेप के आरोप में बिहार के रहने वाले एक श्रमिक रविंद्र साहू को गिरफ्तार किया गया और इसके बाद उत्तर भारतीयों और बिहार के लोगों के खिलाफ नफरत भरे मैसेज भी वायरल होने लगे. लोगों के साथ मारपीट की गई और तबसे लगातार गुजरात से परप्रांतीयों का पलायन जारी है.