नई दिल्ली: कुमार विश्वास पर आम आदमी पार्टी में मची अंदरूनी कलह अब शांत हो गयी है. पार्टी ने विश्वास पर बीजेपी एजेंट होने का आरोप लगाने वाले विधायक अमानतुल्ला को सस्पेंड कर दिया है. वहीं दूसरी ओर पार्टी ने कुमार विश्वास को राजस्थान का प्रभारी बनाया है.


इस पूरे प्रकरण के बाद आप से निलंबित हुए विधायक अमानतुल्ला पार्टी से खफा नजर आ रहे हैं. फिलहाल अमानतुलल्ला साफ-साफ कुछ भी बोलने के मूड में नहीं हैं और माफी मांगने से भी इनकार कर रहे हैं.


एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए अमानतुल्ला ने कहा, ''पार्टी का जो फैसला है उसका सम्मान करता हूं, पीएसी से मैंने खुद इस्तीफा दिया था. जो बात मैंने कही वो मेरे दिल की बात थी. मैं किसी पद की वजह से पार्टी में नहीं था. मैं अरविंद जी की इज्जत करता था, करता हूं और करता रहूंगा.''


अमानतुल्ला ने कहा, ''मैं भी पीएसी का मेंबर था, हमने जो फैसले किए उसे लोगों ने माना. इसलिए मैं पार्टी के फैसले को चैलेंज नहीं करूंगा. उन्होंने जो किया सोच कर ही किया होगा. पता चला है कि एक कमेटी बनायी गयी है. देखते हैं क्या होता है.''


कुमार विश्वास के चाहने पर ही पार्टी में शामिल होंगे क्या? इस सवाल के जवाब में अमानतुल्ला ने कहा, "किसी के चाहने या ना चाहने से कुछ नहीं होगा. उन्होंने (कुमार विश्वास) तो यह भी कहा था कि कोई पद नहीं लेगें लेकिन ले लिया.''


कुमार विश्वास से माफी मांगने के सवाल पर अमानतुल्ला ने हंसते हुए कहा, ''यह बहुत मुश्किल सवाल है. पार्टी किसी के सामने झुकती नहीं है औऱ ना ही झुकना चाहिए. लोगों को गलतफहमी होती है कि बहुत ताकतवर हूं.''


क्या है मामला?
कुमार विश्वास ने "वी द नेशन" नाम से एक वीडियो बनाया था. इस वीडियो के बाद अमानतुल्ला ने बयान दिया था कि कुमार विश्वास पार्टी में आरएसएस और बीजेपी के एजेंडे को बढ़ा रहे हैं, कुमार बीजेपी के एजेंट हैं.


इसी वीडियो के बाद कुमार विश्वास नाराज हो गए और कल शाम पार्टी छोड़ने तक के संकेत दे दिए. कल देर रात कुमार विश्वास से मिलने अरविंद केजरीवाल और मनीश सिसोदिया पहुंचे. दोनों ने कुमार को मनाया.