सेना के अधिकारियों ने बताया कि अमर जवान ज्योति का शुक्रवार दोपहर को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही लौ में विलय किया जाएगा, जोकि इंडिया गेट के दूसरी तरफ केवल 400 मीटर की दूरी पर स्थित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया था, जहां 25,942 सैनिकों के नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखे गए हैं.
ये वीर शहीदों का अपमान- कांग्रेस
वहीं, कांग्रेस ने इस फैसले को दुखद बताया है. कांग्रेस नेता लालजी देसाई ने ट्वीट करके कहा है, ''इंडिया गेट पर प्रज्वलित अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लौ में विलय करना अत्यंत दुखद है. ये उन वीर शहीदों का अपमान है जो 1971 में भारत पाक युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए थे.''
अमर जवान ज्योति के बारे में जानिए
अमर जवान ज्योति की स्थापना उन भारतीय सैनिकों की याद में की गई थी, जोकि 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए थे. इस युद्ध में भारत की विजय हुई थी और बांग्लादेश का गठन हुआ था. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 को इसका उद्घाटन किया था.
Amar Jawan Jyoti News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में इंडिया गेट (India Gate) पर पिछले 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) का आज राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (National War Memorial) पर जल रही लौ में विलय किया जाएगा. सेना के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
पीएम मोदी ने किया था राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन