चंडीगढ़: पंजाब प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार को पदभार ग्रहण करने जा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि इस मौके पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर भी उपस्थित रह सकते हैं. इस बीच पंजाब के एआईसीसी प्रभारी हरीश रावत ने कहा है कि सारे कांग्रेसी नेता कल कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में सिद्धू का स्वागत करेंगे.
सीएम के मीडिया सलाहकार ने कहा कि पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने राज्य के सभी कांग्रेस विधायकों, सांसदों और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को कल सुबह 10 बजे चाय के लिए आमंत्रित किया है. वे सब फिर नई पीपीसीसी टीम की स्थापना के लिए पंजाब कांग्रेस भवन जाएंगे.
सूत्रों का कहना है कि सिद्धू ने सीएम अमरिंदर सिंह को करीब 60 विधायकों के हस्ताक्षर वाला आमंत्रण भेजा है. न्यौते के साथ अलग से भी पत्र लिखा है जिसमें कहा है कि मेरा कोई निजी एजेंडा नहीं है, केवल जनहित का एजेंडा है. घर के सबसे बुजुर्ग होने के नाते आप समारोह में जरूर आएं.
सिद्धू की नियुक्ति से अमरिंदर नाराज
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के कड़े विरोध के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को सिद्धू को पार्टी की पंजाब इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था. गांधी ने अगले विधानसभा चुनावों में सिद्धू की सहायता के लिए चार कार्यकारी अध्यक्षों संगत सिंह गिलजियां, सुखविंदर सिंह डैनी, पवन गोयल, कुलजीत सिंह नागरा को भी नियुक्त किया था. मुख्यमंत्री के दफ्तर ने यह एलान किया था कि कैप्टन सिद्धू से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक सिद्धू उन पर की गई व्यक्तिगत टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते.
सिद्धू ने किया शक्ति प्रदर्शन
कांग्रेस आलाकमान के जरिए पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष की कुर्सी दिए जाने के बाद सिद्धू ने बुधवार को अमृतसर में बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया. पंजाब कांग्रेस के 80 में से करीब 62 विधायकों के साथ सिद्धू स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे. इससे पहले शनिवार से सिद्धू 50 से ज्यादा विधायकों के घर जाकर उनसे मिल चुके हैं. अमृतसर में विधायकों के जमावड़े से साफ हो गया कि कैप्टन खेमा सिकुड़ गया है और उसे छोड़कर पंजाब कांग्रेस के ज्यादातर नेता, विधायक और खुद कैप्टन सरकार के मंत्री सिद्धू के नेतृत्व में अपना भविष्य देख रहे हैं.
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