Cloud Burst Near Amarnath Cave: दक्षिण कश्मीर (Kashmir) में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा (Amarnath cave) के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने (Cloudburst) से आयी आकस्मिक बाढ़ से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है. जबकि कई घायल हो गए हैं. 50-60 लोगो के लापता होने की आशंका जताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 60 लोग लापता हैं. अमरनाथ गुफा के पास और पंचतरणी में दो से तीन हजार लोगों के फंसे होने की सूचना है. जानते हैं इस घटना के 10 जरूरी अपडेट्स:-
अस्थायी रूप से रुकी यात्रा
हादसे की वजह से अमरनाथ यात्रा निलंबित कर दी गई है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक यात्रा को बहाल करने का निर्णय बचाव अभियान पूरा हो जाने के बाद ही लिया जाएगा. यात्रा फिलहाल दोनों रास्तों बालटाल और पहलगाम से बंद है. बीते तीन जून को ही अमरनाथ यात्रा शुरू हुई थी.
राहत और बचाव अभियान जारी
भारतीय सेना और ITBP के जवान, राहत और बचाव अभियान में जुटे हैं. पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मी भी बचाव अभियान में लगे हैं. अमरनाथ गुफा के पास और पंचतरणी में दो से तीन हजार लोगो के फंसे होने की सूचना है.
हेल्पलाइन नंबर जारी
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन स्थापित की. उपराज्यपाल प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने चार टेलीफोन नंबर जारी किए हैं जिस पर संपर्क कर लोग जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. श्राइन बोर्ड ने ट्वीट किया, “अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर: एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253, कश्मीर डिविजनल हेल्पलाइन: 0194-2496240, श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 0194-2313149."
तीर्थयात्रियों का नया जत्था रवाना
जम्मू से यात्रियों को आने दिया जा रहा है लेकिन बालटाल से आगे यात्रा बंद है. इस बीच जम्मू बेस कैंप से अमरनाथ तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था रवाना हुआ. एक यात्री ने बताया, "हमें अब यात्रा के लिए आगे जाने दे रहे हैं. सभी तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं. हमें बहुत अच्छा लग रहा है. बाबा सबकी रक्षा करेंगे. जो कल प्राकृतिक आपदा आई उसको लेकर दुख है लेकिन बाबा बर्फानी सबकी रक्षा करेंगे और दर्शन देंगे."
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया क्या हुआ था?
अमरनाथ की पवित्र गुफा से सोनमर्ग के बालटाल आधार शिविर पहुंचे एक तीर्थयात्री ने बताया, ''वहां भगदड़ जैसी स्थिति हो गई लेकिन सेना ने बहुत सहयोग किया. कई पंडाल पानी के कारण बह गए.''
स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने की छुट्टियां कैंसिल
स्वास्थ्य सेवा निदेशालय, कश्मीर ने कर्मचारियों के सभी अवकाश (नियमित/संविदात्मक) रद्द कर दिए हैं और उन्हें तुरंत ड्यूटी पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है. सभी अधिकारियों को अपने मोबाइल स्विच ऑन रखने के निर्देश दिए गए हैं.
अस्थायी अस्पताल बनाए गए, बचाव अभियान में लगाए गए हेलीकॉप्टर
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि घायलों की सहायता के लिए सोनमार्ग एवं अन्य स्थानों पर अस्थायी अस्पताल बनाये गये हैं. उनके अनुसार दक्षिण कश्मीर के अंनतनाग, श्रीनगर और दिल्ली में हेल्पलाइन स्थापित की गई हैं ताकि प्रभावित परिवारों की मदद की जा सके, साथ ही संभागीय आयुक्त (कश्मीर) के प्रभार में एक समेकित कमान केंद्र स्थापित किया गया है. जम्मू कश्मीर प्रशासन ने बचाव अभियान के लिए उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर लगाये हैं.
पीएम मोदी ने जताया घटना पर दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, “श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. मनोज सिन्हा जी से बात की और स्थिति की जानकारी ली.’
हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का ट्वीट
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘ शोकसंतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है. बचाव एवं राहत कार्य वहां फंसे लोगों की मदद के लिए पूरी गति से चल रहा है . ..’
गृहमंत्री अमित शाह ने की राज्यपाल से बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय बलों और जम्मू कश्मीर प्रशासन को निर्देश दिया कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से प्रभावित लोगों को बचाने का कार्य तेजी से किया जाए. शाह ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर के स्थिति का जायजा लिया.
राज्यपाल सिन्हा रख रहे हैं स्थिति पर नजर
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि वह स्थिति पर नजर रखे हैं और उन्होंने सभी संबंधित विभागों को तीर्थयात्रियों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
यह भी पढ़ें: