जम्मू: अमरनाथ यात्रा आज से आधिकारिक तौर पर शुरू हो गई है. पहलगाम से भक्त बाबा की गुफा की ओर रवाना हो गए हैं. अमरनाथ गुफा के लिए कल जम्मू से ये पहला जत्था रवाना हुआ था, जो रात में पहलगाम पहुंचा और अब आगे बढ़ रहा है. वहीं, खुफिया रिपोर्ट ने इस यात्रा पर आतंकवादी हमले की चेतावनी दी है. प्रशासन ने सैटेलाइट ट्रैकिंग सिस्टम शामिल करने के साथ ही सुरक्षा पैमाने को उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया है.


 



यह 40 दिन लंबी अमरनाथ तीर्थयात्रा आज जम्मू से शुरू होगी, यह स्थान गुफा से 200 किलोमीटर की दूरी पर है. अमरनाथ की पवित्र गुफा दक्षिणी कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है. स यात्रा के लिए 2.30 लाख यात्रियों ने पंजीकरण कराया है. अनंतनाग और गंदेरबाल जिलों के पहलगाम और बालटाल आधार शिविर से कल 2280 यात्रियों के पहले जत्थे को उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था.

यात्रा के दोनों रास्तों पहलगाम और बालटाल के रास्तों से करीब 10 हजार यात्रियों पवित्र गुफा के दर्शन के लिए जाएंगे, लेकिन पहलगाम और सोनमर्ग में हो रही भारी बारिश के चलते इस पर असर भी पड़ सकता है.

मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक घाटी में भारी बारिश का अनुमान लगाया है. बालटाल के रास्ते जाने वाले यात्री आज ही पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे जबकि पहलगाम के रास्ते जाने वाले यात्री शुक्रवार को दर्शन करेंगे. इस साल यात्रा 40 दिन चलेगी जो पिछली बार की तुलना में आठ दिन कम है.

यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है. सरकार ने पुलिस, सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ के 35,000 से 40,000 जवानों को तैनात किया है. राज्य में सीआरपीएफ के वर्तमान बल के अतिरिक्त केंद्र ने राज्य सरकार को अर्द्धसैनिलक बलों की लगभग 250 कंपनियां मुहैया करवाई हैं, जिनमें 25,000 जवान हैं. बीएसएफ ने यात्रा के मार्ग में करीब 2,000 जवानों को तैनात किया है. सेना ने पांच बटालियन मुहैया करवाई हैं, इनके अलावा पुलिस की अतिरिक्त 54 कंपनियों को भी यहां लाया गया है.