Amarnath Yatra 2022: जम्मू से अमरनाथ यात्रा फिर निलंबित, खराब मौसम और श्रीनगर-जम्मू नेशनल राजमार्ग की बुरी हालत
Srinagar Jammu National Highway: पारंपरिक पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए 4 दिनों के लिए 48 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है. मार्गों पर हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं.
Jammu Weather: श्रीनगर-जम्मू (Srinagar Jammu) राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) के अवरुद्ध होने के कारण अधिकारियों ने दूसरे दिन जम्मू से अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) स्थगित कर दी, जबकि 30 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा में लगभग 2.3 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. अब तक, 22 दिनों में, 2,29,744 यात्रियों ने गुफा मंदिर में दर्शन किए.
अधिकारियों ने शुक्रवार को जम्मू में तीर्थयात्रियों के एक और जत्थे को जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर 300 किलोमीटर से अधिक लंबे जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर लगातार बारिश के कारण अवरुद्ध होने के कारण रोक दिया, राजमार्ग के कुछ हिस्सों पर पत्थरबाजी और भूस्खलन हुआ है. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि आज राजमार्ग पर किसी भी तरह के यातायात की अनुमति नहीं दी जाएगी. आज जम्मू से घाटी की ओर यात्रियों की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी.
गुरुवार को 10,310 तीर्थयात्रियों ने किए दर्शन
गुरुवार को 10,310 तीर्थयात्रियों ने हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर में दर्शन किए. तीर्थयात्री या तो छोटे उत्तरी कश्मीर बालटाल मार्ग से या लंबे दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं. बालटाल मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए 14 किमी की चढ़ाई करनी पड़ती है. इस मार्ग का उपयोग करने वाले तीर्थयात्री दर्शन करने के बाद उसी दिन आधार शिविर में लौट आते हैं. पारंपरिक पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए 4 दिनों के लिए 48 किमी की यात्रा करनी पड़ती है. तीर्थयात्रियों के लिए दोनों मार्गों पर हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं.
अमरनाथ यात्रा के दौरान 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई
मौसम विभाग (IMD) ने शुक्रवार को दोनों मार्गों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना के साथ बादल छाए रहने की संभावना जताई है. तीर्थयात्रियों और यात्रा प्रबंधकों को सलाह दी गई है कि वे गुफा मंदिर के दो मार्गों पर अचानक आने वाली बाढ़ (Flood), भूस्खलन (Landslide) आदि से सावधान रहें. इस साल अभी तक यात्रा के दौरान 50 से ज्यादा लोगों की जान भी गयी है जिन में 15 श्रद्धालु गुफा पर आयी विनाशकारी बाढ़ में मारे गए. अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) 11 अगस्त को रक्षाबंधन (Rakshabandhan) के अवसर पर श्रावण पूर्णिमा को समाप्त होगी.
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