Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा समाप्त होने की करीब आ रही है. श्रीनगर से पवित्र छड़ी-मुबारक की पवित्र गुफा की ओर यात्रा के साथ, वार्षिक अमरनाथ यात्रा अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर गई है. पवित्र छड़ी शनिवार 26 अगस्त सुबह दशनामी अखाड़ा श्रीनगर से मंत्रोच्चार के बीच दशनामी अखाड़ा के प्रमुख महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में रवाना हुई.
पहली रात्रि विश्राम शनिवार 26 को पहलगाम में किया जाएगा. छड़ी शाम को पहलगाम पहुंचने से पहले रास्ते में कई मंदिरों में रुकेगी.
क्या क्या प्रोग्राम?
छड़ी पहलगाम के रास्ते में, सुरेश्वर मंदिर श्रीनगर, शिव मंदिर पंपोर, शिव मंदिर बिजबेहरा, मार्तंड तीर्थ मट्टन और गणेश मंदिर, लिद्दर नदी के तट पर गणेश बल में भी पूजन किया जाएगा. इसके बाद छड़ी-मुबारक 28 अगस्त को चंदनवारी, 29 अगस्त को शेषनाग और 30 अगस्त को पंचतरणी में रात्रि विश्राम करेगी.
उगते सूर्य के साथ शुरू होगा पूजन
गुरुवार 31 अगस्त को, श्रावण-पूर्णिमा के अवसर पर, छड़ी-मुबारक सूर्योदय से पहले अमरनाथ जी के पवित्र तीर्थ स्थल पर पहुंचेगी और उगते सूर्य के साथ पूजन शुरू होगा.
148 किलोमीटर की पैदल तय करते थे यात्रा
छड़ी-मुबारक स्वामी अमरनाथ जी 1989 तक इस पूजन के तुरंत बाद मुख्य तीर्थयात्रा के लिए प्रस्थान करते थे और साधु दशनामी अखाड़ा श्रीनगर से अमरनाथ जी के पवित्र तीर्थ स्थल तक लगभग 148 किलोमीटर की पूरी यात्रा पैदल ही तय करते थे.
1 जुलाई को शुरू हुई थी यात्रा
इस साल अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई थी, जो 31 अगस्त को रक्षा बंधन त्योहार के साथ समाप्त होगी. इस साल 62 दिवसीय अमरनाथ यात्रा है. बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालु पवित्र गुफा तक दो रास्तों से पहुंचते हैं. यात्री या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर वाले पहलगाम मार्ग (43 किलोमीटर) से या उत्तरी कश्मीर वाले बालटाल आधार शिविर से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं.