Amarnath Yatra 2023 Updates: दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित गुफा मंदिर में पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना के साथ गुरुवार को बाबा अमरनाथ यात्रा संपन्न हो गई. करीब 62 दिनों तक चली अमरनाथ यात्रा के दौरान इस वर्ष 4.40 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा मंदिर में हिम शिवलिंग के दर्शन कर पूजा-अर्चना की. 


अधिकारियों ने बताया कि भगवान शिव की पवित्र छड़ी जिसे 'छड़ी मुबारक' कहा जाता है, उसके संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरि साधुओं और भक्तों की भीड़ के साथ गुरुवार तड़के पूजा अर्चना के लिए उसे लेकर गुफा मंदिर पहुंचे. साधुओं और श्रद्धालुओं का समूह पहलगाम से 42 किलोमीटर की पदयात्रा कर गुफा मंदिर पहुंचा. इस दौरान इस समूह ने चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी में रात्रि विश्राम किया.


4.4 लाख से ज्याद श्रद्धालुओं ने किए दर्शन


अधिकारियों के मुताबिक बालटाल और पहलगाम मार्गों से एक जुलाई को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के दौरान कुल 4 लाख 45 हजार 338 श्रद्धालुओं ने प्राकृतिक रूप से बने हिम 'शिवलिंग' के दर्शन किए. अधिकारियों ने बताया कि इस साल यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों और सेवा प्रदाताओं सहित 48 लोगों की मौत हो गई और 62 घायल हो हुए.


उन्होंने कहा, यह मौतें मौसम संबंधी घटनाओं या प्राकृतिक कारणों से हुईं. इस वर्ष यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पिछले साल से अधिक रही. पिछले साल 3.65 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा की थी. इस साल यात्रा शांतिपूर्ण और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से मुक्त रही.'


बर्फीले पहाड़ों से घिरी हुई है गुफा


26 अगस्त की सुबह दशनामी अखाड़ा श्रीनगर से अखाड़ा के प्रमुख महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में पवित्र छड़ी रवाना हुई थी. छड़ी-मुबारक स्वामी अमरनाथ जी 1989 तक इस पूजा के तुरंत बाद मुख्य तीर्थयात्रा के लिए प्रस्थान करते थे. भगवान शिव की यह गुफा बर्फीले पहाड़ों से घिरी हुई है.


ये भी पढें:  1995 Double Murder Case: पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को सुप्रीम कोर्ट ने दी उम्रकैद की सजा, दोहरे हत्याकांड को दिया था अंजाम