अबतक आठ श्रद्धालुओं ने गंवाई जान
बता दें कि बालटाल में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है.पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले यात्रियों को बालटाल से ही रवाना किया जाता है. इन पांच लोगों की मौत होने के साथ अमरनाथ यात्रा के दौरान जान गंवाने वालों की संख्या आठ हो गई है. वहीं, पहलगाम और सोनमर्ग में हो रही बारिश के चलते भी यात्रा पर असर पड़ सकता है.
26 अगस्त को होगा यात्रा का समापन
शिवलिंग के दर्शन के लिए 60 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा का समापन 26 अगस्त को होगा. ‘रक्षाबंधन’ का त्योहार भी इसी दिन पड़ रहा है. इस साल यात्रा 40 दिन चलेगी जो पिछली बार की तुलना में आठ दिन कम है. अमरनाथ की पवित्र गुफा दक्षिणी कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है.
यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है. सरकार ने पुलिस, सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ के 35,000 से 40,000 जवानों को तैनात किया है. राज्य में सीआरपीएफ के वर्तमान बल के अतिरिक्त केंद्र ने राज्य सरकार को अर्द्धसैनिलक बलों की लगभग 250 कंपनियां मुहैया करवाई हैं, जिनमें 25,000 जवान हैं. बीएसएफ ने यात्रा के मार्ग में करीब 2,000 जवानों को तैनात किया है. सेना ने पांच बटालियन मुहैया करवाई हैं, इनके अलावा पुलिस की अतिरिक्त 54 कंपनियों को भी यहां लाया गया है.
मसूरी के केंपटी फॉल में फंसे कई पर्यटक
वहीं, उत्तराखंड के चमोली में हेमकुंड साहिब मार्ग पर बारिश से बुरा हाल हो गया है. पहाड़ी इलाके में भारी बारिश के साथ साथ मलबा पुलना गांव में आ गया है. घरों में पानी है. चलती गाड़ियां दलदल मे फंस गई हैं. पुलना गांव हेमकुंड साहिब यात्रा का मुख्य पड़ाव है. तो वहीं टूरिस्ट स्पॉट मसूरी के केंपटी फॉल में पहाड़ सड़क पर गिर गया, जिससे कई पर्यटक फंस गए.