Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ गुफा पर प्रथम पूजा के साथ ही 2024 वार्षिक अमरनाथ यात्रा का शुभ आरंभ हो गया है. यात्रा के लिए सज चुका है भोले का दरबार और यात्रा के लिए एक लाख सुरक्षाबल के जवान भक्तों की सुरक्षा के लिए जम्मू से लेकर पवित्र गुफा तक चप्पे-चप्पे पर तैनात है।
29 जून शनिवार से नुनवान (पहलगाम) और बालटाल से भोले के दरबार के लिए पैदल यात्रा शुरू की है. आज नुनवान शॉवर से लगभग 3 हजार यात्रियों का पहला जत्था बाबा की गुफा के लिए रवाना हुआ और 2 हजार से ज़्यादा शिविर के बाहर रह रहे यात्री भी बाबा के दरबार के तरफ़ प्रस्थान कर चुके है. लगभग 7500 यात्री बालटाल से रवाना हुए. कुल 12500 यात्री आज बाबा के दर्शन करने पवित्र गुफा रवाना हुए. वह बाबा की पवित्र गुफा जाने वाले दोनों मार्गों से बेस कैंप पर रात्रि विश्राम कर भोले नाथ की गुफा की चढ़ाई शुरू कर चुके है.
सुरक्षा के कड़े इंतेजाम
दोनो मार्गों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. दक्षिण कश्मीर के हिमालय की पहाड़ियों में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बाबा का गुफा मंदिर की 52 दिन की यात्रा दोनों मार्गों से यात्रा होगी. सुरक्षा वव्यवस्था को लेकर खास खयाल रखा गया है. सुरक्षा का ज्यादातर जिम्मा सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस को सौंपा गया है. जम्मू से लेकर कश्मीर फिर अनंतनाग ने गुफा और अनंतनाग से बालटाल के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात होंग. इसके अलावा टेक्नोलॉजी की भी अहम भूमिका है. जम्मू से पवित्र गुफा तक सीसीटीवी का जाल बिछाया गया है. हर हरकत पर कंट्रोल रूम में नजर रहेगी.
CRPF के 40 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात
पुलिस सीआरपीएफ सेना, बीएसएफ और एसएबीसी ने मिलकर कॉर्डिनेटर सुरक्षा व्यवस्था की है, जिस में जम्मू से लेकर पवित्र गुफा तक दोनों रास्तों पर कड़े सुरक्षा के प्रबंध किये गए है. दिन रात गश्त हो रही है. लक्ष्य है की यात्रा ठीक ठाक और सुरक्षित चले. केंद्र ने अमरनाथ यात्रा के लिए बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीआरपीएफ 40,000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है.
आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी
मौसम को देखते सुरक्षाबलों और प्रशासन ने भी यात्रा के दौरान किसी आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की है. डिजास्टर मैनेजमेंट, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की दर्जनों टीमों के को यात्रा के दोनो रास्तों पर तैनात किया गया है.
टेक्नॉलजी निभाएगी अहम भूमिका
यात्रा को सुरक्षित और सरल करने के लिए नवीनतम तकनीकों और उपकरणों का उपयोग किया किया जा रहा है. टेक्नॉलजी बहुत अहम भूमिका निभा रही है, इसलिए टेक्नोलॉजी को भी अपग्रेड की गई है, जिसमें RFID (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) गाड़ियों के ऊपर लगी होगी, जितने भी यात्री आएंगे उनके टैगिंग होगी, जिसे यात्रियों की पोज़िशन पता रहेगी, साथ ही, सीसीटीवी कैमरा का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह आईपी बेस्ड कैमरा हैं, जिसे लाइव फीड ली जा सकेगी.
यात्रियों के लिए विशेष अस्पताल शुरू किए गए
यात्रियों के लिए विशेष अस्पताल भी चालू किए गए हैं, जहां हर तरह की स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं भी रखी गई हैं.
बेस कैंप में भी की गई पूजा
भोलेनाथ की गुफा के पारंपरिक रास्ते पर लगे बेस कैंप नुनवन बेस कैंप में यात्रियों की रहने और खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई है. बेस कैंप से गुफा तक करीब 130 लंगर लगाए गए हैं. कल शाम बेस कैंप में यात्रा की सुरक्षा और यात्रियों की सुखमय यात्रा के लिए बेस कैंप में प्रथम पूजा और आरती भी की गई.
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