अलगाववादियों की हड़ताल के बाद जम्मू से अमरनाथ यात्रा शुरू, अब तक का सबसे बड़ा जत्था रवाना
अधिकारियों ने बताया कि 7,993 तीर्थयात्रियों का अब तक का सबसे बड़ा जत्था जम्मू से आज कश्मीर स्थित बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों की ओर रवाना हुआ. उनके आज घाटी स्थित गंतव्यों पर पहुंचने की उम्मीद है.
जम्मू: कश्मीर घाटी में 'शहीद दिवस' के अवसर पर अलगाववादियों की हड़ताल के चलते एहतियातन एक दिन के लिए रोकी गई अमरनाथ यात्रा रविवार को जम्मू से शुरू हो गई. गत 28 जून को शुरू हुई यह वार्षिक तीर्थयात्रा अलगाववादियों की हड़ताल के चलते शनिवार को यहां पांचवीं बार रोकी गई. इससे पहले आठ जुलाई को यह हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के तीन साल होने पर एहतियात के तौर पर रोकी गई थी.
अधिकारियों ने बताया कि 7,993 तीर्थयात्रियों का अब तक का सबसे बड़ा जत्था जम्मू से आज कश्मीर स्थित बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों की ओर रवाना हुआ. वार्षिक यात्रा शुरू होने के बाद से यह तेरहवां जत्था है. उन्होंने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच 310 वाहनों के दो काफिलों में तीर्थयात्री आज सुबह भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुए. उनके आज घाटी स्थित गंतव्यों पर पहुंचने की उम्मीद है.
अधिकारियों ने कहा कि इनमें से 5,270 तीर्थयात्रियों ने जहां अनंतनाग जिले के 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग का विकल्प चुना है वहीं, 2,723 श्रद्धालुओं ने गंदेरबल जिले के 12 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग का विकल्प चुना है. 46 दिन तक चलने वाली इस यात्रा के लिए अब तक 1.75 लाख से अधिक लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है.
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