Amarnath Yatra Update: इस साल अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद कई यात्रियों की मौते हो चुकी है. पिछले 24 घंटे के दौरान पांच और अमरनाथ यात्रियों की मौत के साथ, इस साल की अमरनाथ यात्रा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है. प्राकृतिक कारणों से होने वाली मौतों में ये यात्रा के दौरान एक दिन में होने वाली सबसे अधिक मौतें हैं. 


श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, इन पांच मौत से इस साल की यात्रा में अब तक मरने वालों की संख्या 19 हो गई है, जिसमें यात्रा ड्यूटी पर तैनात एक आईटीबीपी अधिकारी और एक सेवादार शामिल हैं. 


जबकि श्राइन बोर्ड यात्रियों और यात्रा के दौरान विभिन्न सेवाएं प्रदान करने में शामिल अन्य लोगों के लिए नियमित चिकित्सा दिशानिर्देश जारी करता है. बता दें अमरनाथ यात्रियों के मृत्यु का सबसे आम कारण अधिक ऊंचाई पर कम ऑक्सीजन होता है. 


अधिकारियों ने बुधवार (12 जुलाई) को बताया कि, अधिकांश तीर्थयात्रियों की मृत्यु हृदय गति रुकने और अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों के कारण हुई.


कहां कितनी मौतें हुईं 
जबकि यात्रा के पहलगाम मार्ग पर तीन मौतें हुईं और अमरनाथ यात्रा के बालटाल मार्ग पर विभिन्न बिंदुओं पर दो मौतें हुईं. मृतकों में चार तीर्थ यात्री उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के थे, जबकि एक यात्री की अभी पहचान नहीं हो पाई है.


1,37,353 तीर्थयात्री कर चुके हैं यात्रा
अब तक 1,37,353 तीर्थयात्रियों ने प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के लिंगम के दर्शन करने के लिए गुफा मंदिर का दौरा किया. वहीं जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग को यातायात के लिए खुला घोषित किए जाने के बाद मंगलवार (12 जुलाई) सुबह 10 हजार से अधिक यात्रियों का एक नया जत्था गुफा में दर्शन के लिए रवाना हुआ.


बता दें पिछले सप्ताह भारी और लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन, बाढ़ और सड़क के डूबने के कारण राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था.


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