नई दिल्ली: 'दलितों के मसीहा' संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की आज 127वीं जयंती है. इस मौके पर देशभर में बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी, सपा और कई संगठन अपने स्तरों पर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. बीजेपी आज से दलितों व आदिवासियों से संपर्क के लिए 'ग्राम स्वराज अभियान' शुरू कर रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पांच मई तक चलने वाले इस अभियान की शुरुआत छत्तीसगढ़ के बीजापुर से करेंगे. प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने अंबेडकर जयंती के मौके पर एक वीडियो के साथ ट्विट कर कहा, ''सभी देशवासियों को अम्बेडकर जयंती की शुभकामनाएं. जय भीम!''
'ग्राम स्वराज अभियान' के तहत बीजेपी के नेता, सांसद और मंत्री दलित और आदिवासी बहुल 20,000 से अधिक गांवों में जाएंगे और वहां मोदी सरकार के कामों के कार्यान्वयन का जायजा लेंगे.
दरअसल, एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी बैकफुट पर है. विपक्षी दलों के साथ-साथ बीजेपी के पांच दलित सांसद भी केंद्र की मोदी सरकार को दलित विरोधी बता चुके हैं. सावित्री बाई फूले, डॉ. यशवंत सिंह, छोटेलाल,अशोक कुमार दोहरे और उदित राज का कहना है कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं. इससे निपटने के लिए बीजेपी ने कवायद शुरू की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार आरक्षण खत्म नहीं कर रही है. मोदी ने कहा, ''कांग्रेस सिर्फ भ्रम फैला सकती है, इस कोशिश की एक तस्वीर इस महीने की दो तारीख को हम देख चुके हैं. कभी आरक्षण खत्म किए जाने की अफवाह फैलाना, कभी दलितों के अत्याचार से जुड़े कानून को खत्म किए जाने की अफवाह फैलाना, भाई से भाई को लड़ाने में कांग्रेस कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी और न आज चाहती है कि दलित और पिछड़े विकास की मुख्यधारा में आएं. जबकि हमारी सरकार, बाबा साहेब के दिखाए रास्ते पर चलते हुए, सबका साथ-सबका विकास के मंत्र के साथ समाज के हर वर्ग तक विकास का लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रही है.’’
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बीजेपी के अलावा कांग्रेस, सपा, बसपा भी देशभर में कार्यक्रम आयोजित कर रही है. दलितों के नाम पर राजनीति करती रही मायावती लखनऊ में अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी.
वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में तमाम कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे और हजरतगंज स्थित अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे. दरअसल, सपा-बसपा गठबंधन के ऐलान के बाद से कई मसलों पर दोनों साथ रहे हैं. दोनों दलों ने आज सूबे के जिले, ब्लॉक और गांव स्तर पर अंबेडकर जयंती मनाने की योजना बनाई है.
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