(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ambedkar Jayanti 2023: भारत गौरव ट्रेन को हरी झंडी, KCR ने किया मूर्ति का अनावरण, गुजरात में बड़ी संख्या में बौद्ध बन गए लोग, जानें क्या कुछ रहा खास?
Ambedkar Birth Anniversary 2023: संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित हुए. इस मौके पर भारत गौरव ट्रेन रवाना हुई तो हैदराबाद में मूर्ति का अनावरण हुआ.
Ambedkar Jayanti 2023 Events: बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की 132वीं जयंती शुक्रवार (14 अप्रैल) को देशभर में बड़े उत्साह के साथ मनाई गई. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने संसद भवन परिसर में बाबासाहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की.
कई नेताओं ने समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के उत्थान के लिए आंबेडकर के प्रयासों को याद किया तो दूसरी तरफ कई नेताओं ने मजबूत संस्थानों के निर्माण और एक समतावादी समाज बनाने की जरूरत पर बल दिया.
पीएम मोदी, राष्ट्रपति मुर्मू और लोकसभा अध्यक्ष ये बोले
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘समाज के वंचित और शोषित वर्ग के सशक्तीकरण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूज्य बाबासाहेब को उनकी जयंती पर शत-शत नमन. जय भीम!’’ राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘‘ज्ञान और विलक्षणता के प्रतीक डॉ. आंबेडकर ने विपरीत परिस्थितियों में भी, एक शिक्षाविद्, विधि विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक के रूप में महान योगदान दिया और राष्ट्र के कल्याण के लिए ज्ञान का प्रसार किया.’’
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि डॉ भीमराव आंबेडकर सामाजिक बदलाव के प्रणेता थे और उन्होंने समानता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व के मूल्यों को बढ़ावा दिया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम में आंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की.
गृह मंत्री शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ ने ये कहा
शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘‘देश के अंतिम व्यक्ति तक न्याय व अधिकारों को सुनिश्चित करने वाले संविधान के शिल्पी बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती पर उन्हें नमन. सभी सुख व सुविधाओं को त्याग उन्होंने वंचितों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया. उनके आदर्श और विचार निरंतर हमारा पथ प्रदर्शित करते रहेंगे.’’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह डॉ आंबेडकर की जयंती पर उन्हें ‘सम्मानपूर्वक याद और नमन करते हैं.’
केसीआर ने किया बाबासाहेब की प्रतिमा का अनावरण
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने संविधान निर्माता की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को हैदराबाद में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की 125 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया. प्रतिमा को 146.50 करोड़ रुपये की लागत से 360 टन शुद्ध इस्पात और 114 टन कांस्य का उपयोग करके बनाया गया है.
आंबेडकर प्रतिमा पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए. सीएम केसीआर ने कहा कि आंबेडकर की भारत की सबसे ऊंची प्रतिमा हर दिन लोगों को प्रेरित करेगी और पूरे राज्य प्रशासन को प्रेरित करेगी. यह प्रतिमा राज्य सचिवालय और तेलंगाना शहीद स्मारक के बगल में स्थित है.
गौरतलब है कि समाज सुधारक, अर्थशास्त्री और न्यायविद आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू शहर में हुआ था. मध्य प्रदेश स्थित महू का नाम उनकी स्मृति में डॉ. आंबेडकर नगर रखा गया है.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे क्या बोले?
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समाज के सभी वर्गों के विकास और समृद्धि के लिए काम कर के संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के सपने को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि विपक्षी दलों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों को ‘जबरन चुप कराने’ और ‘देशद्रोही घोषित करने’ का चलन खतरनाक है जिससे लोकतंत्र नष्ट हो जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘बाबासाहेब ने हमें भारतीय राजनीति के संदर्भ में 'नायक-पूजा' या 'भक्ति' की बुराइयों के बारे में चतावनी दी थी... यह गंभीर आत्मनिरीक्षण का समय है, क्या हम अपने लोकतंत्र के पतन की अनुमति देंगे और तानाशाही के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे? या हमारे संविधान निर्माताओं के बेहतरीन आदर्शों की रक्षा करने का प्रयास करेंगे?’’
सोनिया गांधी ने बाबासाहेब को ऐसे किया याद
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोगों से आह्वान किया कि वे ‘सुनियोजित ढंग से हो रहे हमले’ से संविधान को बचाने के लिए कदम बढ़ाएं. आंबेडकर जयंती पर अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ में लिखे लेख में सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘आज हम बाबासाहेब की विरासत का सम्मान करते हैं. इसके साथ ही हमें उनकी उस चेतावनी को भी याद रखना होगा कि संविधान की सफलता उन लोगों के व्यवहार पर निर्भर करती है जिन्हें शासन करने का उत्तरदायित्व मिला है.’’
उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर संविधान को नष्ट कर रही है और न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व की बुनियादों को कमजोर कर रही है.
राहुल, मायावती और केजरीवाल ये बोले
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी आंबेडकर को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. राहुल गांधी ने ट्विटर पर आंबेडकर के कुछ कथनों का एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि वह भारतीय संविधान के निर्माता को नमन करते हैं. बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने आंबेडकर जयंती पर लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. बसपा प्रमुख ने कहा कि आंबेडकर का जीवन संघर्ष करोड़ों गरीबों, मजदूरों, वंचितों और अन्य मेहनतकशों के लिए आज भी उम्मीद की किरण बना हुआ है.
उन्होंने कहा, ‘‘आंबेडकर से प्रेरणा लेकर उनके आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के रुके कारवां को आगे बढ़ाने और जाति के आधार पर तोड़े गए लोगों को जोड़ने के लिए आज ही के दिन 14 अप्रैल 1984 को देश में बहुजन समाज पार्टी की स्थापना की गई थी, जो खासकर उत्तर प्रदेश में सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक मुक्ति की मिसाल बनी.’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा देने से गरीबी दूर करने में मदद मिल सकती है. केजरीवाल ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर सिविक सेंटर में आयोजित एक समारोह में कहा कि आंबेडकर शिक्षा के मूल्य और समाज को गरीबी से ऊपर उठाने और लोगों के बीच समानता लाने में इसकी भूमिका को जानते थे.
भूपेंद्र हुड्डा ने दी श्रद्धांजलि
हरियाणा के सोनीपत में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने डॉ भीम राव आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें आंबेडकर के बनाए संविधान को कमजोर करना चाहती हैं, अगर देश को मजबूत रखना है तो संविधान को भी मजबूत रखना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘संविधान ने जो अधिकार दिए हैं उसको कमजोर होने नहीं देंगे.’’ इसके अलावा, देश में कई अन्य मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों ने भी भारत को एक विकसित समाज बनाने के आंबेडकर के प्रयासों को याद किया.
गोवा सरकार ने आंबेडकर जयंती समारोह को राज्य स्तर का दिया दर्जा
गोवा सरकार ने बाबा साहेब की जयंती के अवसर पर हर साल आयोजित होने वाले समारोह को राज्य स्तरीय दर्जा देने का फैसला किया और उनको समर्पित इमारत बनाने के लिए भूमि अधिग्रहित की. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि फिलहाल समारोह राज्य के समाज कल्याण विभाग और समान विचारधारा वाले संगठनों के सहयोग से आयोजित किया जाता है. उन्होंने कहा, ''मैं घोषणा करता हूं कि आंबेडकर जयंती के समारोह को अगले साल से राज्य स्तर का दर्जा दिया जाएगा.''
इसी के साथ सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने पणजी के पास आंबेडकर भवन बनाने के लिए एक भूखंड चिन्हित किया था, लेकिन तकनीकी कारणों से इसका अधिग्रहण रुका हुआ था. हालांकि, सरकार ने पोरवोरिम में हाउसिंग बोर्ड में एक और भूखंड अधिग्रहित किया है, जहां आंबेडकर भवन बनेगा. उन्होंने कहा कि आंबेडकर भवन का शिलान्यास जल्द किया जाएगा.
पुणे में उत्साह के साथ मनाई गई आंबेडकर जयंती
महाराष्ट्र के दूसरे सबसे बड़े शहर पुणे में आंबेडकर जयंती पूरे उत्साह से मनाई गई और जगह-जगह जुलूस निकाले गए. पुणे रेलवे स्टेशन के पास आंबेडकर प्रतिमा समेत विभिन्न स्थानों पर आयोजित इन समारोहों में संविधान के मुख्य शिल्पी आंबेडकर का स्तुति गान किया गया.
इन कार्यक्रमों में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिबा फुले और भारत रत्न डॉ. आंबेडकर जयंती समिति की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में लोकप्रिय शेफ विष्णु मनोहर ने 5,000 किलोग्राम ‘मिसल’ (विशेष व्यंजन) तैयार किया और वहां एक लाख गिलास की भी व्यवस्था की गई थी. राज्य के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल और अन्य कई दलों के नेताओं ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
गांधीनगर में आंबेडकर जयंती समारोह में सैकड़ों लोग बन गए बौद्ध
गुजरात में एक कार्यक्रम के आयोजकों ने दावा किया है कि समाज सुधारक बीआर आंबेडकर के जयंती समारोह के मौके पर अनुसूचित जाति और जनजाति समुदायों के ‘सैकड़ों लोगों’ ने बौद्ध धर्म अपना लिया. गुजरात की राजधानी गांधीनगर में स्वयं सैनिक दल (SSD) ने इससे पहले विशाल रैली निकाली, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया और उनमें ज्यादातर अनुसूचित जाति और आदिवासी लोग थे.
राज्यभर से बड़ी संख्या में लोग गांधीनगर जिले के अडालज शहर में जुटे और वे फिर राज्य की राजधानी गांधीनगर में सेक्टर 11 में खुले मैदान में पहुंचे. आयोजन स्थल पर रैली आयोजकों ने दावा किया कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के सैकड़ों लोगों ने हिंदू धर्म का परित्याग किया और ‘धर्म दीक्षा’ के माध्यम से बौद्ध धर्म को अपना लिया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बौद्ध भिक्षु भंते प्रज्ञारत्न ने की. हालांकि, आयोजकों ने इस बात का कोई सटीक आंकड़ा नहीं दिया कि कितने लोगों ने बौद्ध धर्म को अपनाया.
भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन नई दिल्ली से आंबेडकर सर्किट पर रवाना
पर्यटन, संस्कृति और डोनर मंत्री जी किशन रेड्डी और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने शुक्रवार को भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से झंडी दिखाकर आंबेडकर सर्किट पर रवाना किया. जीके रेड्डी ने कहा कि भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन का उद्देश्य सभी यात्रियों को भारत रत्न बाबा साहेब आंबेडकर के जीवन की झलक दिखाना है.
पर्यटन मंत्री ने कहा कि ट्रेन का उद्देश्य घरेलू पर्यटन और एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को बढ़ावा देना भी है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने न केवल भारत में, बल्कि लंदन में भी बाबासाहेब आंबेडकर से संबंधित स्थलों को विकसित किया है.
आंबेडकर सर्किट में ये स्थान हैं शामिल
पर्यटन मंत्रालय की ओर से बताया गया कि उसके सहयोग से आईआरसीटीसी 14 अप्रैल, 2023 से हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से 8 दिन के विशेष दौरे पर आंबेडकर सर्किट पर अपना पहला दौरा शुरू कर रहा है. इस यात्रा में बाबासाहेब आंबेडकर के जीवन से जुड़े प्रमुख स्थानों जैसे नई दिल्ली, महू, नागपुर और पवित्र बौद्ध स्थल जैसे सांची, सारनाथ, गया, राजगीर और नालंदा की यात्रा शामिल होगी. इस दौरे में शामिल नई दिल्ली स्थित बाबा साहेब आंबेडकर मेमोरियल एक प्रमुख आकर्षण होगा. ट्रेन में पर्यटकों के लिए ताजा शाकाहारी भोजन से सुसज्जित पेंट्री कार है. ट्रेन में इंफोटेनमेंट सिस्टम, सीसीटीवी कैमरा और सुरक्षा गार्ड सेवाएं उपलब्ध हैं.
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