लखनऊ: समाजवादी पार्टी इस बार यूपी के सभी शहरों में अंबेडकर जयंती मनाएगी. 14 अप्रैल को भीमराव अंबेडकर की 127 वीं जयंती है. दिल्ली रवाना होने से पहले पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ये फ़ैसला किया. पार्टी के ज़िला अध्यक्षों को इस साल धूमधाम से अंबेडकर जयंती मनाने को कहा गया है. वैसे तो समाजवादी पार्टी हर साल बाबा साहब के जन्मदिन पर जयंती मनाती रही है लेकिन इस बार संगत का असर हुआ है.
जब से बुआ और भतीजे करीब आए हैं, राममनोहर लोहिया और अंबेडकर के नारे साथ-साथ लगने लगे हैं. मायावती को ख़ुश करने के लिए इस बार समाजवादी पार्टी ने अंबेडकर जयंती को स्पेशल बनाने की तैयारी की है. पार्टी ऑफ़िस के बदले इस साल सार्वजनिक जगहों पर समारोह आयोजित किए जाएंगे. इसमें अंबेडकर की जीवनी से लेकर दलितों के लिए उनके संघर्ष के बारे में कार्यकर्ताओं को बताया जाएगा. जिन बैठकों में कभी सिर्फ़ लोहिया और मुलायम सिंह की चर्चा होती थी, अब उस लिस्ट में अंबेडकर का नाम भी जुड़ गया है.
दांव पर यूपी से लोकसभा की 80 सीटें हैं. अखिलेश यादव इस बार हर हाल में बीजेपी को उसके सबसे मज़बूत गढ़ में ही घेरने की फिराक में हैं. वैसे भी उन्हें बुआ मायावती का आशीर्वाद मिल गया है. इसके दम पर एसपी ने सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गढ़ में हुए उपचुनाव में बीजेपी को मात दे दी. अंबेडकर जयंती तो बस बहाना है. मायावती के साथ से अखिलेश यादव चुनावी जीत का सिलसिला बनाए रखना चाहते हैं. यूपी में बीजेपी के ख़िलाफ़ साझा विपक्ष की रणनीति बनाने अखिलेश यादव इन दिनों दिल्ली में हैं.