अंबेडकर जयंती: यूपी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, सीएम योगी को दी जाएगी 'दलित मित्र' की उपमा
बीजेपी अंबेडकर जयंती को जोर शोर से मनाने की तैयारी कर रही है. बीएसपी के समर्थन से फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में विजय हासिल करने वाली समाजवादी पार्टी भी बड़े पैमाने पर अंबेडकर जयंती मनाने की तैयारी कर रही है.
लखनऊ: अंबेडकर जयंती के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है ताकि किसी संभावित हिंसक घटना को रोका जा सके. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने आज बताया कि जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से कहा गया है कि कल अंबेडकर जयंती के मौके पर वे अपने-अपने क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करें और कोई हिंसा नहीं होने दें.
गृह विभाग ने जिलों के पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से कहा है कि वे गश्त तेज कर दें ताकि जानमाल का कोई नुकसान नहीं होने पाये. यदि कहीं आवश्यकता हो तो निषेधाज्ञा लगायी जा सकती है. प्रवक्ता के मुताबिक जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से कहा गया है कि वे कानून व्यवस्था की स्थिति चाक चौबंद रखने के लिए हर आवश्यक कदम उठायें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 'दलित मित्र' की उपमा दी जाएगी
बीजेपी अंबेडकर जयंती को जोर शोर से मनाने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 'दलित मित्र' की उपमा दी जाएगी. उत्तर प्रदेश बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता प्रत्येक जनपद में पदयात्रा करेंगे.
अंबेडकर जयंती पूरे जोश से मनायें: समाजवादी पार्टी
बीएसपी के समर्थन से फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में विजय हासिल करने वाली समाजवादी पार्टी भी बड़े पैमाने पर अंबेडकर जयंती मनाने की तैयारी कर रही है. इससे पहले सपा समाजवादी विचारकों राम मनोहर लोहिया और जनेश्चर मिश्र के जन्मदिन मनाती आयी है लेकिन अब उसने सभी जिला इकाइयों से कहा है कि वे अंबेडकर जयंती पूरे जोश से मनायें. बीएसपी अपनी पार्टी प्रमुख मायावती की अगुआई में हर साल जोर शोर से अंबेडकर जयंती मनाती आयी है. अंबेडकर महासभा ने सीएम योगी को 'दलित मित्र' की उपमा देने का फैसला किया है.
भीम राव अंबेडकर की विरासत के राजनीतिकरण पर विभिन्न दलों को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसी महीने कहा है कि जितना उनकी सरकार ने दलितों के मसीहा अंबेडकर का सम्मान किया है, किसी दूसरे ने नहीं.
मुजफ्फरनगर से मिली खबर के मुताबिक वहां सुरक्षा इंतजाम कडे कर दिये गये हैं. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में हुए ‘भारत बंद’ के दौरान मुजफ्फरनगर में काफी हिंसा हुई थी. गौरतलब है कि हिंसा के सिलसिले में जिले में हिंसा के 40 से अधिक मामले दर्ज हुए थे.