चीन ने बढ़ाई भारत और अमेरिका की चिंता, परमाणु बमों की संख्या 600 पार, 2030 तक के आंकड़े चौंकाने वाले
China Nuclear Power: अमेरिकी रक्षा विभाग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 2020 की तुलना में यह बढ़ोतरी तीन गुना अधिक है. 2030 में यह संख्या 1 हजार तक हो जाएगी.
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China Nuclear Weapons Surpassed 600: अमेरिका के रक्षा विभाग ने चीन की सैन्य ताकत को लेकर अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में काफी हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है. यह जानकारी न सिर्फ अमेरिका बल्कि पड़ोसी मुल्क भारत की चिंता भी बढ़ाने वाली है.
दरअसल, अमेरिकी रक्षा विभाग ने "चीनी जनवादी गणराज्य से जुड़े सैन्य और सुरक्षा विकास" रिपोर्ट में बताया है कि चीन तेजी से अपने परमाणु बमों के भंडार को बढ़ा रहा है. उसने 2020 की तुलना में अपने परमाणु हथियारों के भंडार को लगभग तीन गुना बढ़ा दिया है. यह जानकारी भारत और अमेरिका के लिए चिंता का विषय है.
कई को पूरी तरह से तैनाती के मोड में रखने की योजना
अमेरिका रक्षा विभाग ने बुधवार (18 दिसंबर 2024) को जारी अपनी इस रिपोर्ट में कहा है कि साल 2024 के मध्य तक चीन के परमाणु बमों की संख्या 600 को पार कर गई है, जबकि 2030 के अंत तक चीन के पास 1000 से ज्यादा परमाणु बम होंगे. इनमें से कई को पूरी तरह से तैनाती के मोड पर रखे जाने की योजना है.
एक अधिकारी ने पहले ही जताई थी संभावना
इस सप्ताह एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी 2030 तक चीन के पास 1,000 से अधिक परमाणु हथियार होने की उम्मीद है. अधिकारी ने कहा कि चीन अपने परमाणु हथियारों के प्रकारों में भी विविधता ला रहा है. वह कम-क्षमता वाली सटीक स्ट्राइक मिसाइलों से लेकर आईसीबीएम तक की प्रणालियों पर काम कर रहा है.
चीन अब ज्यादा सैन्य बल के उपयोग पर कर रहा फोकस
रक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए सैन्य बल का उपयोग करने के लिए पहले से कहीं अधिक इच्छुक हो गया है. यही वजह है कि पिछले कुछ साल में उसने कई बार दूसरे देशों पर नजर डालकर तनाव बढ़ाया है. उसने इस साल दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस के साथ तनाव बढ़ाया. इसी साल ताइवान के खिलाफ अपने कूटनीतिक, राजनीतिक और सैन्य दबाव को भी बढ़ाया.
रिपोर्ट में बढ़ते करप्शन का भी किया गया है जिक्र
इस वर्ष की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अंदर भ्रष्टाचार में बढ़ोतरी हुई है, चीन की ओर से उस भ्रष्टाचार को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं. चीन यह भी फोकस कर रहा है कि यह भ्रष्टाचार पीआरसी की महत्वाकांक्षाओं को कैसे प्रभावित कर सकता है.
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