नई दिल्ली: चीन के साथ जारी सीमा विवाद पर भारत को अमेरिका का समर्थन मिला है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि उन्होंने चीन के साथ भारत के तनाव को लेकर कई बार विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की. माइक पोम्पियो ने कहा,'' मैंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से कई बार इस मुद्दे पर बात की. चीन ने अविश्वसनीय रूप से आक्रामक कार्रवाई की और भारतीय सेना ने पूरी ताकत से इसका जवाब दिया.''


माइक पोम्पियो ने आगे कहा,''दुनिया ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का असली रंग देख लिया हैं और मैं पहले से कहीं ज्यादा आश्वस्त हूं कि दुनिया के मुक्त लोग खतरे को समझते हुए एक साथ आएंगे. दुनिया पर जनरल शी जिनपिंग का प्रभाव स्वतंत्र और लोकतंत्र प्रेमी लोगों के लिए अच्छा नहीं है.''





क्या है मामला
भारत और चीनी सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में कई स्थानों पर पिछले आठ सप्ताह से गतिरोध की स्थिति बनी हुई है लेकिन स्थिति तब बिगड़ गई जब 15 जून को गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मी वीरगति को प्राप्त हो गए. झड़प में चीनी सेना को भी नुकसान पहुंचने की खबरें हैं लेकिन इसका विवरण अभी नहीं आया है. एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के अनुसार चीनी की तरफ हताहतों की संख्या 35 है. क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए पिछले कुछ सप्ताह से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर कई बार वार्ता हो चुकी है. चीन की सेना अब 1.5 किमी तक पीछे भी हट गई है.