US Denies Arun Yogiraj Visa: अयोध्या में रामलला की मूर्ति बनाने वाले मुर्तिकार अरुण योगीराज और उनके परिवार को अमेरिका ने वीजा देने से इंकार कर दिया. उन्होंने उन्होंने एसोसिएशन ऑफ कन्नड़ कूट ऑफ अमेरिका के एक कार्यक्रम, विश्व कन्नड़ कंनवेंशन-2024 में भाग लेने के लिए आवेदन किया था. इस कान्फ्रेंस को साल में दो बार आयोजित किया जाता है, जिसका उद्देश्य दुनियाभर के अलग-असल समुदायों के सदस्यों को एक जगह लाना है.


अमेरिका ने किया योगीराज का वीजा खारिज


बिजनेस टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी दूतावास ने अभी तक कोई कारण नहीं बताया है कि उन्होंने अरुण योगीराज के आवेदन को क्यों खारिज किया. वीजा नहीं दिए जाने पर अरुण योगीराज के परिवार ने निराशा व्यक्त की है. अरुण योगीराज ने अयोध्या राममंदिर में रामलला की मूर्ति बनाई थी. उनका परिवार कई पीढ़ियों से ये काम करते आ रहे हैं.


बताया जा रहा है कि अरुण योगीराज ने भी अमेरिकी की ओर से वीजा नहीं दिए जाने की पुष्टि की है. अरुण योगीराज के अनुसार उन्होंने वीजा संबंधित सभी डॉक्यूमेंट जमा किए थे, इसके वाबजूद भी उन्हें वीजा नहीं दिया गया. उन्होंने 20 दिन के पर्यटक वीजा के लिए आवेदन किया था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय पहचान रखने वाले अरुण को इसके बावजूद भी वीजा नहीं दिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अरुण योगीराज की पत्नी विजया ने हाल ही में अमेरिकी दौरे पर गईं थी.


योगीराज बना चुके हैं कई मूर्तियां


अरुण योगीराज ने इससे पहले आदि शंकराचार्य की 12 फुट ऊंची मूर्ति बनाई थी, जिसे केदारनाथ में रखा गया है. उन्होंने सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति भी बनाई थी, जिसे दिल्ली में इंडिया गेट के पास स्थापित किया गया है. अरुण योगीराज की मूर्तियों को लोग सोशल मीडिया पर खूब पसंद करते हैं. 


रामलला की मूर्ति बनाने के बाद उन्होंने कहा था कि जब मूर्ति बनी थी, उस समय वह अलग दिखती थी, लेकिन 22 जनवरी को हुए प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान की मूर्ति ने अलग रूप ले लिया. उन्होंने बताया था कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद वह खुद उस मूर्ति को नहीं पहचना सके थे.


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