US Visa Issue: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले कुछ दिनों में अपनी अमेरिका यात्रा पर जाएंगे. जहां उनकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मुलाकात होगी. इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी. इसमें एक मुद्दा वीजा का भी हो सकता है. फिलहाल भारतीयों को अमेरिकी वीजा के लिए महीनों तक इंतजार करना होता है, जिसमें सुधार की लगातार मांग उठती रही है. अब अमेरिकी सांसद ने भी इस मुद्दे को उठाया है. सांसद ने राष्ट्रपति बाइडेन से अपील करते हुए कहा है कि वीजा में लगने वाले समय के मुद्दे को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाना चाहिए. उन्होंने सरकार से पूछा कि पीएम मोदी यूएस दौरे पर आ रहे हैं, लेकिन वीजा वेटिंग टाइम को कम करने के लिए हम क्या कर रहे हैं?
भारतीयों को राहत देने की उठी बात
अमेरिकी सीनेट की विदेशी संबंधों से जुड़ी समिति के अध्यक्ष सांसद बॉब मेनेंडेज और हाउस इंडिया कॉकस के वाइस प्रेसिडेंट माइकल वाल्ट्ज ने ‘कॉन्सुलर अफेयर बजट’ पर कांग्रेस की दो अलग-अलग सुनवाई के दौरान विदेश मंत्रालय के बड़े अधिकारियों से पूछा कि भारत में वीजा के लिए लोगों को 600 दिन तक का इंतजार क्यों करना पड़ रहा है? मेनेंडेज ने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत के लोगों के बीच मजबूत संबंध हैं. भारत अब ‘क्वाड’ का हिस्सा है. हम उसे अपने भू-रणनीतिक हितों में लगातार शामिल कर रहे हैं. न्यू जर्सी में बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिकी और उनके परिवार रहते हैं. मैं भारत में बी1-बी2 आवेदकों के प्रतीक्षा समय को कम करने की दिशा में मंत्रालय की तरफ से उठाए गए कदमों की सराहना करता हूं.’’
वैश्विक स्तर पर सबसे ज्यादा वीजा वेटिंग टाइम
अमेरिकी सांसद ने सीनेट की विदेशी संबंधों से जुड़ी समिति की सुनवाई के दौरान कहा, ‘‘हालांकि तमाम कोशिशों के बावजूद पिछले एक साल से भारत में पहली बार किसी बी1-बी2 आवेदकों को औसतन 450 से 600 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है. यह वैश्विक स्तर पर सबसे ज्यादा वेटिंग टाइम है. इसमें 600 दिन क्यों लग रहे हैं?’’
सांसद वाल्ट्ज ने ‘हाउस फॉरेन रिलेशन्स कमेटी’ की सुनवाई के दौरान कहा, ‘‘मैं यूएस इंडिया कॉकस का सह-अध्यक्ष हूं. मुझे लगता है कि यह 21वीं सदी में हमारे सबसे अधिक परिणामी आर्थिक राजनयिक सुरक्षा संबंधों में से एक है. हालांकि, मुझे भारतीय अमेरिकियों और हमारे भारतीय सहयोगियों से लगातार वेटिंग टाइम को लेकर शिकायतें मिल रही हैं. इस तथ्य के बावजूद कि भारत में हमारे दूसरे या तीसरे सबसे ज्यादा ‘कांसुलर’ मामलों के अधिकारी मौजूद हैं.’’
समाधान तलाशने का हो रहा काम
अमेरिकी सांसद वॉल्ट्ज ने आगे कहा, ‘‘मेरे पास मौजूद आंकड़ों के अनुसार भारत के मुंबई में वीजा के लिए वेटिंग टाइम औसतन 587 दिन है.’’ वाल्ट्ज ने कहा कि वीजा मिलने में देरी से व्यापारिक संबंध भी प्रभावित होंगे. कांसुलर मामलों की सहायक विदेश मंत्री रीना बिटर ने कांग्रेस की दो अलग-अलग सुनवाईयों में सांसदों से कहा कि विदेश मंत्रालय इससे निपटने की पूरी कोशिश कर रहा है और इसके समाधान के लिए कई कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि वीजा वेटिंग टाइम करीब दो तिहाई तक कम हुआ है.
(इनपुट भाषा से भी)
ये भी पढ़ें - Maharashtra: महाराष्ट्र में सियासी बवाल के संकेत! विधानसभा अध्यक्ष बोले- मैं जल्द क्रांतिकारी फैसला लूंगा