US NSA India Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते अमेरिकी दौरे पर रहेंगे, जहां वो कई अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. पीएम मोदी के इस दौरे से पहले अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भारत पहुंच रहे हैं. अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवान 13 जून को दिल्ली पहुंचेंगे, जहां भारत के साथ जीई-414 इंजन सौदे को अंतिम रूप दिया जाएगा. यहां सुलिवान की अपने समकक्ष यानी भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात होगी. पीएम मोदी के दौरे से पहले होने वाली इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है.
पीएम मोदी से भी होगी मुलाकात
अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने पर अमेरिका के एजेंडे को आगे बढ़ाया है. उनका भारत को लेकर रुख हमेशा से ही नरम रहा है. अपनी इस यात्रा के दौरान एनएसए अजित डोभाल के अलावा सुलिवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे. अमेरिकी एनएसए से मुलाकात के दौरान सुरक्षा को लेकर दोनों देशों के बीच काफी अहम बातचीत हो सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को अमेरिका के लिए रवाना हो रहे हैं. जहां 22 जून को उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ होगी. इस मुलाकात में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होनी है, जिनमें रूस-यूक्रेन युद्ध टेक्नोलॉजी शेयर करने को लेकर भी बातचीत होगी.
जनवरी में कई मुद्दों पर बनी थी बात
इससे पहले जनवरी 2023 में जब भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल अमेरिका गए थे, तब उन्होंने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय सहयोग को लेकर अहम बैठक की थी. इस दौरान डोभाल ने अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन के साथ इनीशिएटिव फॉर क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) की पहली उच्च स्तरीय बैठक में हिस्सा लिया था. भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ एनएसए अजित डोभाल अमेरिका पहुंचे थे. आईसीईटी की इस बैठक में दोनों देशों ने क्वांटम टेक्नोलॉजी, हाई परफॉर्मिंग कंप्यूटिंग, जेट इंजन टेक्नोलॉजी, युद्ध से जुड़ी हुई तमाम तकनीक और सहयोग का एक पूरा खाका तैयार किया था.
जनवरी के बाद दोनों ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात पिछले महीने यानी मई में भी हुई थी. इस दौरान संयुक्त अरब अमीरात के एनएसए शेख तहनून बिन जायद अल नाहयान भी मौजूद थे. बैठक का उद्देश्य एक मेगा प्रोजेक्ट को लेकर था. इस प्रोजेक्ट में मिडिल-ईस्ट को समुद्र के जरिए दक्षिण एशिया से जोड़ने का प्लान शामिल था.
जेट इंजन टेक्नोलॉजी पर काम
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी एनएसए के साथ जीई-414 जेट इंजन निर्माण को लेकर अहम बातचीत होगी. इस दौरान इस इंजन के निर्माण की पूरी टेक्नोलॉजी को साझा करने पर काम किया जा सकता है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ मिलकर आगे इस जेट इंजन को बनाया जाएगा. GE-414 इंजन से भारत में बने तेजस मार्क-II फाइटर जेट्स को बड़ी ताकत मिलेगी. जो भारतीय वायुसेना के लिए काफी अहम हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि सुलिवन और डोभाल के बीच इंडो-पैसिफिक रीजन में चीन की बढ़ती चुनौती पर भी चर्चा हो सकती है.