Sonia Gandhi Rajya Sabha: कांग्रेस पार्टी की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी के राजनीतिक कैरियर और सार्वजनिक जीवन में बड़ा बदलाव होने जा रहा है. 77 की उम्र में पहुंच चुकीं सोनिया गांधी अब नीचले से ऊपरी सदन में जाएंगी. 25 साल से लंबे समय तक वह लोकसभा सदस्य रही हैं, लेकिन पार्टी इस बार उनको राजस्थान से राज्यसभा भेज रही है. सोनिया गांधी ने बुधवार (14 फरवरी) को राजस्थान से अपना नामांकन पर्चा दाखिल कर दिया है जिसके बाद उनकी राजनीति का एक नया अध्याय शुरू हो रहा है.
राज्यसभा में जाने के चलते अब कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस साल ही अपनी लोकसभा सदस्यता को छोड़ना होगा. ये सीट फिलहाल पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के पास है जोकि अब करीब 5 दशक के अपने लंबे करियर के बाद रिटायर होंगे. राजस्थान से राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस के पास नंबर संख्या पर्याप्त है. इस सीट पर कांग्रेस पार्टी को सोनिया गांधी की जीत को लेकर किसी प्रकार का कोई संशय नहीं है.
उम्र के इस पड़ाव में सार्वजनिक जीवन से दूर नहीं होंगी सोनिया गांधी
सोनिया गांधी का लोकसभा से राज्यसभा की राजनीति में एंट्री करने से यह साफ हो गया है कि वो इस उम्र में भी अभी सार्वजनिक जीवन की जिम्मेदारी निभाएंगी. सोनिया गांधी के लोकसभा कार्यकाल के पीछे सबसे बड़ा मुद्दा उनके गैर-भारतीय मूल की महिला होने का हमेशा से रहा है.
सोनिया गांधी ने 1999 में लड़ा था पहला लोकसभा चुनाव
सोनिया गांधी ने राजनीति में आने के बाद 1999 में पहली बार चुनाव लड़ा. उन्होंने अपना पहला लोकसभा चुनाव 1999 में कांग्रेस पार्टी के मजबूत गढ़ उत्तर प्रदेश के अमेठी और कर्नाटक की बेल्लारी सीट से लड़ा था. उनको इन दोनों चुनावों में जीत हासिल हुई थी. हालांकि, राहुल गांधी ने भी राजनीतिक एंट्री अमेठी सीट से 2004 में पहला चुनाव लड़कर की थी जिस पर उन्होंने जीत दर्ज की थी.
सोनिया ने 2004 में राहुल गांधी के लिए छोड़ी थी अमेठी सीट
साल 2004 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी यूपी की रायबरेली लोकसभा सीट पर शिफ्ट हो गईं थीं वहां से भी उन्होंने चुनाव जीता था. सोनिया गांधी की राजनीतिक एंट्री पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्या के 8 साल के बाद हुई थी. उनको कांग्रेस पार्टी को बचाने के राजनीति में लाने के लिए राजी किया गया था.
रायबरेली से जीते थे लगातार पिछले तीन चुनाव
राहुल गांधी के लिए अमेठी सीट छोड़ने के बाद से सोनिया गांधी ने 2009, 2014 और 2019 के सभी चुनाव रायबरेली सीट से जीते. अमेठी और रायबरेली कांग्रेस के मजबूत गढ़ माने जाते हैं, लेकिन 2019 के चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से हार गए थे. वह केरल के वायनाड सीट से लोकसभा सांसद हैं. 2014 और 2019 की मोदी लहर में भी सोनिया गांधी रायबरेली सीट से लगातार चुनाव जीतती आ रही हैं.
विरोधियों पर तीखे हमले करने में नहीं रहीं कभी पीछे
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी 1999 से पार्टी की दशा और दिशा तय करने के लिए एक मजबूत मार्गदर्शक के रूप में भूमिका निभाती आ रही हैं. पिछले एक दशक के संसदीय कार्यकाल में कई बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल आने के बावजूद अपनी पकड़ को बरकरार रखा. वह जितनी मृदुभाषी के रूप में अपनी पहचान बनाए हुए हैं, उतनी ही अपने विरोधियों पर तीखे हमले बोलने के लिए जानी जाती हैं. विपक्षी सांसदों के सामूहित निलंबन और महिला आरक्षण विधेयक के मसलों पर उन्होंने संसद के भीतर विरोधियों पर जमकर हमला बोला था. समय-समय पर वह बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले करती रही हैं.
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