कोरोना से कराहती दुनिया में राहत को उपायों पर विश्व स्वास्थ्य सभा की बैठक आज से, टीकाकरण की किल्लतों पर भी होगी बात
बैठक से पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन सचिवालय ने कहा कि कोरोना महामारी ने यूं तो सभी देशों को प्रभावित किया है. लेकिन इसकी सबसे ज्यादा मार उन वर्गों पर पड़ी है जो कमजोर हैं. इन तबकों को जहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से जूझना पड़ा है वहीं महामारी की रोकथाम के उपायों से उनका रोजगार भी प्रभावित हुआ है. ध्यान रहे कि बीते एक साल में कोरोना महामारी का प्रसार जहां 40 गुना बढ़ा है वहीं इससे हुई मौतों का आंकड़ा दुनिया में 33 लाख से अधिक हो चुका है.
नई दिल्ली: दुनिया भर में जारी कोरोना के कहर के बीच जिनेवा में 24 मई से वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की अहम बैठक शुरू होगी जो 1 जून तक चलेगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन की सबसे बड़ी निर्णायक संस्था की यह बैठक कोविड19 संकट खत्म करने के उपायों और भविष्य में ऐसी किसी महामारी के रोकथाम उपायों पर चर्चा करेगी.
इस बैठक में दुनिया के विभिन्न देशों के प्रतिनिधिमंडल, यूएन पर्यवेक्षक, सहयोगी सदस्यों, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी शरीक होंगे.हालांकि मौजूदा कोविड संकट के मद्देनजर WHA की यह 74वीं बैठक वर्चुअल तरीके से ही होगी. आरंभिक सत्र में एक उच्च स्तरीय बैठक 24 मई को भारतीय समयानुसार शाम करीब 1:30 बजे शुरू होगी और 3:30 तक चलेगी. गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी परिषद की अगुवाई इस समय भारत के पास है. भारतीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की भूमिका इस बैठक में महत्वपूर्ण होगी बल्कि कोरोना की रोकथाम के लिए लिए चल रही कोशिशों के मद्देनजर भी नजरें भारत पर होंगी जहां बीते दो महीनों में कोविड की दूसरी लहर में कई जानें गई हैं.
इस बीच बैठक से पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन सचिवालय ने कहा कि कोरोना महामारी ने यूं तो सभी देशों को प्रभावित किया है. लेकिन इसकी सबसे ज्यादा मार उन वर्गों पर पड़ी है जो कमजोर हैं. इन तबकों को जहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से जूझना पड़ा है वहीं महामारी की रोकथाम के उपायों से उनका रोजगार भी प्रभावित हुआ है. ध्यान रहे कि बीते एक साल में कोरोना महामारी का प्रसार जहां 40 गुना बढ़ा है वहीं इससे हुई मौतों का आंकड़ा दुनिया में 33 लाख से अधिक हो चुका है.
विश्व स्वास्थ्य सभा की बैठक का एक हम मुद्दा वैक्सीन उपलब्धता की विसंगतियां दूर करना भी होगा. WHO के मुताबिक दुनियाभर में अब तक दिए गए 75 फीसद वैक्सीन केवल 10 मुल्कों तक सीमित हैं. जबकि बहुत से कमजोर आय वाले मुल्कों में तो वैश्विक वैक्सीन डोज की आधा फीसद हिस्सेदारी भी नहीं पहुंची है. ऐसे में WHA की ताजा बैठक इसकी बाधाएं दूर करने का प्रयास करेगी.
बैठक के एजेंडा में कोविड19 महामारी से निपटने के मौजूदा उपायों को मजूबत करना, लोकस्वास्थ्य और स्वास्थ्य क्षेत्र में बौद्धिक संपदा कानूनों व इनोवेशन जैसे मुद्दों के अलावा मरीजों की सुरक्षा, टीकाकरण कार्यक्रम 2030, गैर संक्रामक रोगों की रोकथाम समेत कई मुद्दे शामिल हैं.
विश्व स्वास्थ्य सभा की बैठक में कोरोना महामारी से निपटने के उपायों पर तीन महत्वपूर्ण रिपोर्ट भी पेश की जाएंगी. इसमें हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम की स्वतंत्र निगरानी व सलाहकार समिति की रिपोर्ट, महामारी के खिलाफ तैयारियों और अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमन पर रिपोर्ट शामिल हैं.