इंडिगो ने 14 नवंबर से वेब चेक-इन पर शुल्क वसूलना शुरू कर दिया है. कंपनी के इस कदम की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है. उधर, नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि वह इस फैसले की समीक्षा कर रही है.
इंडिगो का घरेलू विमानन क्षेत्र के बाजार 43 प्रतिशत हिस्सा है. जुलाई- सितंबर तिमाही में तीनों सूचीबद्ध विमानन कंपनियों इंडिगो, स्पाइसजेट और जेट एयरवेज घाटे में रही हैं. यही वजह है कि कंपनियां कमाई बढ़ाने के नये तरीके ढूंढ रही हैं. इंडिगो और स्पाइसजेट ने यात्रियों द्वारा खास सीट चुनने और यात्रा टिकट की पुष्टि आनलाइन करने पर शुल्क लगाया है.
मिर्ची अटैक: केजरीवाल ने बताया गृहमंत्री ने किया था फोन, मैंने कहा- या तो आप निकम्मे हैं या मिले हुए हैं