अफगानिस्तान में बिगड़े हालात: भारत ने जारी की नई सुरक्षा एडवाईज़री, अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को वापस बुलाया
एडवाईज़री में भारत से अफगानिस्तान रिपोर्टिंग के लिए जा रहे मीडिया कर्मियों को भी सुरक्षा का पूरा इंतज़ाम सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है. अमेरिका ने भी अपने सभी नागरिकों को वापस बुलाया है.
काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान एक के बाद शहरों पर तेजी से कब्जा जमा रहा है, जिसके बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इन हालातों को देखते हुए भारत ने आज फिर एक नई एडवाईज़री जारी कर अफगानिस्तान में सभी भारतीयों को अपनी सुरक्षा व्यवस्था का पूरा ध्यान रखने की सलाह दी है.
नई सुरक्षा एडवाईज़री में क्या है?
नई सुरक्षा एडवाईज़री में भारत ने अफगानिस्तान में एक डैम साइट से इमरजेन्सी में तीन भारतीयों को किसी तरह बचाकर निकालने का हवाला दिया है. सरकार ने ये भी साफ किया है कि अभी भी कई भारतीय सरकार की एडवाईज़री को गंभीरता से नहीँ ले रहे. एडवाईज़री में भारत से अफगानिस्तान रिपोर्टिंग के लिए जा रहे मीडिया कर्मियों को भी सुरक्षा का पूरा इंतज़ाम सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है.
अमेरिकी दूतावास पर हमला ना करे तालिबान- यूएस
उधर अमेरिका ने भी अफ़गानिस्तान के बिगड़ते हालातों के मद्देनज़र अपने सभी नागरिकों को जल्द से जल्द अफगानिस्तान छोड़ने की सलाह दी है. यही नहीं खबरों के मुताबिक, अमेरिकी मध्यस्थों ने तो अब तालिबान से ये अपील भी की है कि अगर आने वाले हफ्तों में वो काबुल तक पहुंच जाते हैं तो अमेरिकी दूतावास पर हमला ना करें और दूतावास के सभी अधिकारियों और राजनयिको वहां से निकल जाने दें.
इस बीच अफगान मीडिया में इस तरह कि खबर भी आई कि अफगानिस्तान सरकार ने हालात देखते हुए तालिबान को सरकार मे हिस्सा देने का प्रस्ताव दिया है. अगर ये सच है तो इसे अशरफ़ गनी सरकार का बड़ा कदम कहा जा सकता है.
दोहा में आज हुई रीजनल कांफ्रेंस की बैठक
अफगानिस्तान में शांति बहाली को लेकर दूसरी ओर दोहा में आज रीजनल कांफ्रेंस की बैठक भी हुई, जिसमें भारत भी शामिल था. इसके अलावा बुधवार को ट्रोईका यानी अमेरिका, रूस, चीन और पाकिस्तान की अहम बैठक हुई, जिसमें अफगानिस्तान ने तालिबान पर सख्त दबाव बना हिंसा रोकने पर ज़ोर दिया. ज़ाहिर है आने वाले हफ़्ते-महीने अफगानिस्तान के लिए बहुत कठिन होंगे और इसका सीधा असर भारत पर भी पड़ सकता है.