नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज संसद भवन में मुलाकात की. यह मुलाकात तकरीबन आधे घंटे तक चली. इस मुलाकात के दौरान माना जा रहा है कि महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर भी चर्चा हुई होगी. हालांकि एनसीपी के सूत्रों के मुताबिक शरद पवार ने पीएम मोदी को 31 जनवरी से 2 फरवरी 2020 को पुणे स्थित वसंत दादा शुगर संस्थान के कार्यक्रम के लिए भी आमंत्रित किया. बरसात में महाराष्ट्र में अतिवृष्टि से पीड़ित किसानों को राहत राशि बढ़ाकर देने की मांग की.


प्रधानमंत्री मोदी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मुलाकात में राजनीति और खास तौर पर महाराष्ट्र की राजनीति पर बात हुई या नहीं यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन पवार और मोदी की मुलाकात के बाद बीजेपी अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने संसद भवन में ही प्रधानमंत्री से मुलाकात की. इस मुलाकात से शरद पवार और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात पर राजनीतिक कयासों को पर लगा दिए.

सूत्रों के मुताबिक, एनसीपी के बड़े नेता, बीजेपी के बड़े नेताओं के संपर्क में है. ऐसी सूरत में एनसीपी प्रमुख शरद पवार प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात को महाराष्ट्र में सरकार गठन से जोड़कर देखा जा रहा है. खास तौर पर पार्टी के चाणक्य माने जाने वाले और देश के गृहमंत्री की प्रधानमंत्री से ठीक शरद पवार की मुलाकात के बाद मुलाकात होना कई सवाल खड़े कर रही है.

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उधर शिवसेना कह रही है कि एनसीपी को इस मुद्दे पर शिवसेना का समर्थन हासिल है. शिवसेना नेता संजय राउत ने ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, "किसानों के मुद्दे पर एनसीपी प्रमुख प्रधानमंत्री से मिलने जा रहे हैं और शिवसेना भी प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर अलग से मुलाकात करेगी."

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आए थे. उसके बाद से कोई भी दल सरकार बनाने में नाकाम रहा था. 12 नवंबर को राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी थी. इससे केंद्रीय मंत्रिमंडल की मुहर के बाद लागू कर दिया गया था.

फिलहाल शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए लगातार कोशिश में जुटी हुई है. लेकिन इस बीच लगातार खबरें आ रही हैं कि एनसीपी के बड़े नेता बीजेपी के भी संपर्क में हैं ऐसी सूरत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मुलाकात कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

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