नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के लिए आयुष्मान योजना की शुरुआत असम से करते हुए कहा कि हमारे जवानों को आयुष्मान बनाना मोदी सरकार की प्राथमिकता है. देश की सेवा करने वालों की सेवा करने और उनका ध्यान रखने के मोदी सरकार संकल्पित है.


अमित शाह ने कहा, "कोरोना टीके पर जो राजनीति कर रहे हैं, उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि राजनीति करने के लिए कई दूसरे मंच हैं...आ जाना, दो-दो हाथ कर लेंगे. लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ी जो चीजों हैं, हमारे वैज्ञानिकों ने मेहनत कर जो टीका बनाया है, उस पर क्यों राजनीति कर रहे हो? ऐसे करके आप हमारे वैज्ञानिकों की क्षमता का अपमान कर रहे हो."


असम के गुवाहाटी में बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज पराक्रम दिवस है. आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस का 125वां जन्मदिन है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तय किया है कि अब से देश 23 जनवरी के दिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाएगा. आज सीएपीएफ के पराक्रमी जवानों और उनके परिजनों के स्वास्थ्य के लिए आयुष्मान सीएपीएफ योजना शुरु हो रही है. इस योजना को शुरु करने के लिए आज से बेहतर दिन नहीं हो सकता. नेताजी ने नारा दिया था- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा. ये नारा आज भी देश के युवाओं में चेतना और उत्साह को भरता है, राष्ट्रभक्ति को बढ़ावा देता है.


केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारा मानना है कि जो जवान हमारी मातृभूमि के लिए लड़ रहे हैं, उन्हें अपने घर की चिंता नहीं होनी चाहिए. उनके परिवारों की चिंता करना हमारा काम है. हमने उनकी समस्याओं को कम करने और उनके जीवन को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं. पीएम मोदी की आयुष्मान भारत एक ऐसी योजना है, जिसे आज सभी सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिवारों तक बढ़ाया जा रहा है. देश के सभी सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिवारों को 24,000 अस्पतालों में कार्ड स्वाइप के साथ मुफ्त इलाज मिलेगा. सभी सीएपीएफ के जवानों औऱ उनके परिजनों को एक हेल्थ कार्ड दिया जाएगा. हर साल सीएपीएफ के जवानों का स्वास्थ्य परिक्षण होगा. हेल्थ कार्ड से आपको अपनी स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियां कभी भी प्राप्त हो सकेंगी.


अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने सीएपीएफ कर्मियों की एक समस्या का समाधान किया है - वह है उनके परिवारों का स्वास्थ्य।हम हमेशा देश की सेवा करने वालों की सेवा करना चाहते हैं. यह हमारे सीएपीएफ कर्मियों के लिए पीएम मोदी की ओर से एक बहुत बड़ा उपहार है. हम यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि हर जवान को अपने परिवार के साथ हर साल कम से कम 100 बिताने को मिलें. अभी कुछ दिन पहले परिणाम आए हैं और 50,000 जवान बलों में शामिल होंगे साथ ही निकट भविष्य में 50,000 और जवान शामिल भी होंगें.


कोरोना महामारी में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा सीएपीएफ के जवान, पुलिस के जवान कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम पंक्ति पर खड़े रहे. कई जवान इस बीच संक्रमित भी हुए, कई जवानों ने अपनी जान भी गंवाई. मैं सभी जवानों के बहुत-बहुत बधाई देता हूं कि आपने इस लड़ाई में सफल भूमिका निभाई. हम कोविड के खिलाफ जीत हासिल करने में सफल रहे क्योंकि केंद्र सरकार, राज्य सरकार और 130 करोड़ भारतीयों ने मिलकर लड़ाई लड़ी. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए और जिन लोगों को इस पर राजनीति करनी है उसके लिए और भी कई स्थान हैं.


गृहमंत्री ने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है जो अब रफ्तार पकड़ रहा है. मैं सभी जवानों राज्य पुलिस, सीएपीएफ और अन्य से अनुरोध करता हूं कि वे अपनी बारी का इंतजार करें और बिना किसी हिचक के वैक्सीन लें."


पीएम मोदी की मौजूदगी में मंच पर नाराज हुईं सीएम ममता, भाषण देने से किया इनकार, जानें वजह