एक तरफ जहां देश में कोरोना बेकाबू रफ्तार के साथ फैल रहा है तो वहीं महाराष्ट्र-राजस्थान के बाद देश के एक अन्य राज्य ओडिशा ने कहा कि उसके पास पर्याप्त वैक्सीन लोगों को लगाने के लिए नहीं है. ओडिशा के कोविड-19 वैक्सीनेशन इंचार्ज विजय पानीगढ़ी ने शुक्रवार को कहा- 'हमारे पास वैक्सीन कम पड़ गई है.'


उन्होंने कहा- हमारे पास पर्याप्त वैक्सीन का स्टॉक नहीं है ताकि हम राज्यभर के 1500 वैक्सीनेशन सेंटर पर लोगों का टीका लगा सके. इस स्टॉक की बदौलत हम सिर्फ 700 वैक्सीनेशन सेंटर पर ही लोगों को कोरोना का टीका लगा सकते हैं.






18 साल से ऊपर के लोगों को टीका के लिए याचिका


कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत देशभर में 45 साल से ऊपर के लोगों को टीका लगाया जा रहा है.  सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को एक जनहित याचिका दायर हुई है जिसमें 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को टीका लगाए जाने की मांग की गई है. इससे पहले भी कई राजनीतिक दल टीकाकरण के लिए उम्र सीमा कम करने की मांग कर चुके हैं.


 


सुप्रीम कोर्ट में ये याचिका एडवोकेट रश्मि सिंह ने दायर की है. याचिका में कहा गया है कि कोरोना की दूसरी लहर को काबू में करने के लिए सभी युवा और कामकाजी लोगों का व्यापक टीकाकरण आवश्यक है. तर्क देते हुए याचिका में कहा गया है कि वैक्सीन की दोनों डोज दिए जाने के बीच पहले ही छह से आठ हफ्ते का समय लगता है. ऐसे में वैक्सीन जब तक 18 साल या इससे अधिक उम्र के लोगों तक पहुंचेगी, तब तक कोरोना वायरस तेजी से फैल चुका होगा और स्थिति बेहद खराब हो चुकी होगी.


 


याचिका में कहा गया है कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) सहित कई विशेषज्ञों ने कोरोना टीकाकरण को बढ़ाने की मांग की है. कुछ विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि भारत को स्थिति से निपटने के लिए कम से कम 10 मिलियन खुराक रोजाना लगाने की जरूरत है. 


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