रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की आशंका लगातार गहराती जा रही है. इसी को देखते हुए यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास (Indian Embassy) ने ताजा एडवाइज़री जारी की है. इसमें कहा गया है कि जिन भारतीय नागरिकों का यहां रहना जरूरी ना हो, वे अस्थाई तौर पर देश लौट जाएं. इसके अलावा सभी भारतीय स्टूडेंट्स को भी देश लौटने को कहा गया है. देश वापसी के लिए उपलब्ध कमर्शियल फ्लाइट्स और चार्टर उड़ानों का इस्तेमाल कर सकते हैं. भारतीय छात्रों को अपने स्टूडेंट कॉन्ट्रैक्टर्स के साथ संपर्क में रहने के निर्देश भी दिए गए हैं.


फ्रांस के राष्ट्रपति ने व्लादीमीर पुतिन से की बातचीत


रूस-यूक्रेन संकट के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ टेलीफोन पर बातचीत की. मैक्रों के ऑफिस ने यह जानकारी दी है. इसके मुताबिक दोनों देशों के बीच यह बातचीत यूक्रेन के मुद्दे को लेकर हो रही है और यह पहले से तय थी.


यूक्रेन के राष्ट्रपति ने पुतिन को दिया बातचीत का प्रस्ताव


बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बैठक करके संकट का हल निकालने का प्रस्ताव दिया. जेलेंस्की ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि रूस के राष्ट्रपति क्या चाहते हैं. इसीलिए मैं उन्हें मुलाकात का प्रस्ताव देता हूं." जेलेंस्की ने कहा कि रूस बातचीत के लिये स्थान का चयन कर सकता है. जेलेंस्की ने सुरक्षा सम्मेलन के इतर अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मुलाकात की. जेलेंस्की के इस प्रस्ताव पर रूस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.


जेलेंस्की ने यह प्रस्ताव ऐसे समय में दिया है, जब पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी नेताओं ने क्षेत्र में हिंसा बढ़ने और इसकी आड़ में रूस के आक्रमण करने को लेकर पश्चिमी देशों की आशंका के बीच शनिवार को पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया. अगले कुछ दिनों में युद्ध हो सकने की आशंका के बीच जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है. जर्मन विमानन कंपनी लुफ्थांसा ने राजधानी, कीव और ओडेसा के लिए उड़ानें रद्द कर दीं.


ऐसा अनुमान है कि रूस ने यूक्रेन के साथ लगती सीमा पर 1,50,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है. यूक्रेन की सेना ने कहा कि दोनेत्स्क क्षेत्र की सरकार के कब्जे वाले हिस्से में शनिवार को गोलाबारी में एक सैनिक की मौत हो गई और अलगाववादी बल जवाबी कार्रवाई के प्रयास में आवासीय क्षेत्रों में तोपखाने लगा रहे हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि उन्हें यकीन है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन और उसकी राजधानी कीव पर आक्रमण करने का फैसला कर लिया है. 


इस बीच, रूस ने शनिवार को बड़े पैमाने पर परमाणु अभ्यास किए. पुतिन ने पश्चिमी देशों से आसन्न खतरों के मद्देनजर रूस के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने का संकल्प लिया. बाइडन ने फिर से चेताया था कि यूक्रेन पर आक्रमण करने की स्थिति में रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक और राजनयिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे. एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा था कि यूक्रेन सीमा के आसपास तैनात सुरक्षा बलों के अनुमानित तौर पर 40 से 50 प्रतिशत जवान सीमा के पास हमले की स्थिति में तैनात हैं. 


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