Operation Kaveri: कब तक वतन लौटेंगे सूडान में फंसे भारतीय? जानें कहां तक पहुंचा पीएम मोदी का 'ऑपरेशन कावेरी'
Sudan Crisis: सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच सत्ता हासिल करने के लिए संघर्ष जारी है. इस जंग में अब तक 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस गृहयुद्ध में सैकड़ों भारतीय भी फंसे हुए हैं.
Operation Kaveri: सूडान हिंसा (Sudan Crisis) में फंसे भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी के लिए ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) को अब तेज कर दिया गया है. सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच भीषण संघर्ष जारी है, इसमें अब तक 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में वहां फंसे भारतीय लोगों को लेकर भारत सरकार की चिंता और बढ़ गई है. अब 135 अन्य फंसे हुए भारतीयों का तीसरा जत्था सऊदी अरब के जेद्दा पहुंच गया है. ये लोग IAF C-130J विमान में सवार हैं. इन्हें सुरक्षित संकटग्रस्त सूडान से निकाला जा चुका है.
इससे पहले बुधवार (26 अप्रैल) की सुबह ही विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने 148 भारतीयों के दूसरे बैच का स्वागत किया था. इसके अलावा एक और नौसैनिक पोत आईएनएस सुमेधा 278 यात्रियों को लेकर जेद्दा बंदरगाह पहुंचा. इस बीच विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि ऑपरेशन कावेरी पूरे जोरों पर है. दूसरी IAF C-130J फ्लाइट पोर्ट सूडान से जेद्दा पहुंच चुकी है, जिसमें 135 और यात्री हैं. यह ऑपरेशन कावेरी के तहत निकाले गए लोगों का तीसरा बैच है.
सूडान में लगभग 3,000 भारतीय
पूरे सूडान में लगभग 3,000 भारतीय हैं. सूडान की राजधानी खार्तूम में कई स्थानों से भीषण लड़ाई की खबरों से सूडान में सुरक्षा स्थिति अस्थिर बनी हुई है. यहां सेना और एक अर्द्धसैनिक समूह के बीच पिछले 10 दिनों से जारी भीषण लड़ाई में 400 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
#WATCH | #OperationKaveri - the next step.
— ANI (@ANI) April 26, 2023
"The first C-130 lands flight lands in Jeddah with another 121 passengers. They will be reaching home soon," tweets EAM Dr S Jaishankar
(Source: EAM's Twitter handle) pic.twitter.com/SQxTLPp0DV
पीएम मोदी के निर्देश के बाद एक्शन में विदेश मंत्रालय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (21 अप्रैल) को एक उच्च स्तरीय बैठक में सूडान से भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की योजनाओं की तैयारी के लिए निर्देश दिए थे. विदेश मंत्री जयशंकर ने सूडान की स्थिति पर हाल ही में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्रियों के साथ चर्चा भी की थी.
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