चीन से चल रही तनातनी के बीच भारत और फ्रांस के रफाल लड़ाकू विमान पाकिस्तान से सटी राजस्थान की एयर-स्पेस में पहली ‘नाइट-डेजर्ट’ एक्सरसाइज़ में हिस्सा लेंगे. दरअसल, इन दिनों फ्रांसीसी वायुसेना के रफाल लड़ाकू विमान, ‘स्काईरोज़ डेप्लोयमेंट’ के तहत एशिया में तैनात है. इसीलिए भारतीय वायुसेना ने फ्रांसीसी एयर एंड स्पेस फोर्स को जोधपुर एयरबेस पर साझा युद्धभ्यास के लिए आमंत्रित किया है. ये युद्धभ्यास दोनों देशों की वायुसेनाओं के बीच होने वाली सालाना एक्सरसाइज, ‘गरूण’ से अलग है.


जानकारी के मुताबिक, फ्रांसीसी वायुसेना के रफाल लड़ाकू विमानों के अलावा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट्स और टैंकर (विमान) भी नाइट-डेजर्ट यानि ‘रेगिस्तान के शूरवीर’ युद्धभ्यास में हिस्सा लेंगे. इस एक्सरसाइज का उद्देश्य ऑपरेशन्ल-एक्सपोज़र और एक-दूसरे की बेस्ट-प्रैक्टिसेस को अपनाना है ताकि युद्धक-क्षमताओं को बढ़ाया जा सके.


नाइट-डेजर्ट एक्सरसाइज भारत और फ्रांस के बीच होने वाली सालाना एक्सरसाइज, गरूण से अलग है. आखिरी गरूण एक्सरसाइज जुलाई 2019 में फ्रांस के मोंट-द-मारसन एयरबेस में हुई थी. इस एक्सरसाइज में भारत की तरफ से सुखोई लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया था और फ्रांस की तरफ से रफाल फाइटर जेट्स ने. इस गरूण एक्सरसाइज की कवरेज के लिए एबीपी न्यूज की टीम मोंट-द-मारसन एयरबेस गई थी.


जानकारी के मुताबिक, क्योंकि अब रफाल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना के जंगी बेड़े का हिस्सा भी बन चुके हैं. इसीलिए, इस नाइट-डेजर्ट एक्सरसाइज का आयोजन किया गया है. पिछले साल सितंबर के महीने में भारत को फ्रांस से पांच रफाल लडाकू विमान मिले थे. ये रफाल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना के अंबाला स्थित गोल्डन-ऐरो स्कॉवड्रन का हिस्सा हैं.


वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक, फ्रेंच एयर एंड स्पेस फोर्स (फ्रांसीसी वायुसेना) इनदिनों एशिया में तैनात हैं. इसीलिए जब फ्रांस के फाइटर जेट्स इत्यादि भारत से गुजरने वाले थे तो भारतीय वायुसेना ने उन्हें नाइट-डेजर्ट एक्सरसाइज की प्रस्ताव दिया जिसे फ्रांसीसी वायुसेना ने स्वीकार कर लिया.


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