बढ़ती गर्मी के बीच दिल्ली में पानी की भारी किल्लत, जल संकट से जूझ रहे हैं लोग
यहां रहने वाली कुमकुम बताती हैं कि घर का सारा काम हैंडपम्प से करती हैं लेकिन पीने का पानी टैंकर से लाती हैं. उन्होंने बाताय कि जब टैंकर से पानी लेने जाते हैं तो कभी-कभी मारपीट भी हो जाती है और कभी-कभी जब लाइन ज्यादा होती है टैंकर चला भी जाता है.
नई दिल्लीः देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कई दिनों से पानी की समस्या की तस्वीरें सामने आ रही है. जो कि दिल्ली की हक़ीक़त बयान कर रही है. पानी की समस्या दिल्ली में नई नहीं है. सालों से लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं. दिल्ली के कुछ इलाक़ो में पानी की पाइपलाइन है लेकिन कहीं तो महीनों से पाइपलाइन में पानी ही नहीं आया तो वहीं जिन इलाकों में पानी टैंकर के ज़रिए पहुंचता है उन इलाक़ों में भी हालात कुछ ज़्यादा अच्छे नहीं हैं.
इस कोरोना काल मे पानी की यह समस्या कहीं कोरोना की तीसरी लहर को जल्द न्योता न दे यह भी एक बड़ा संकट है. पानी की समस्या को जनाने और लोगो की परेशानियों को सुनने के लिए उन के बीच जब हम पहुंचे तो वो लोग बेबस दिखाई दिए. दिल्ली के गीता कॉलोनी इलाके में बसी झुग्गीयों में पीने के पानी का कोई ज़रिया नहीं है, या तो लोग यहां सुबह सवेरे पानी के टैंकर से लाइन लगा के पानी लेते हैं लेकिन उसके लिए भी लंबी लाइन होती और कभी-कभी तो पानी के लिए झगड़े तक हो जाते हैं.
कुमकुम बताती हैं कि इस जगह पर कभी पानी आया ही नहीं. यहां के लोग पानी खरीदकर पीते हैं. बहुत दिन पहले बाहर वाली पाइप लाइन में कभी पानी आया था वह भी नाले के जैसे गंदा पानी.
यहां रहने वाली पूजा शर्मा का कहना है कि मेरी सास को यहां 65 साल हो गए हैं रहते हुए. मैं भी सालों से यहीं रह रही हूं. पाइपलाइन यहां डाली गई लेकिन सालों पहले उसमें पानी आता था. लोग खाली बैठे हैं काम नहीं है और ऐसे में पैसे से पानी लेकर पीना कितनी परेशानी है.
उन्होंने कहा कि नेता लोग वोट मांगने आ जाते हैं लेकिन कोई काम नहीं कराते हैं. तो वही 60 सालों से इस झुगी में रहने वाली माया देवी कहती है कि उनके घर पाइप लाइन पिछले कई सालों से है लेकिन इसमे दो साल से पानी की एक बूंद तक नहीं आई है.
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