1985 बैच के IAS अधिकारी अमित खरे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सलाहकार नियुक्त किया गया है. ये नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर हुई है. कार्मिक मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को जारी आदेश में यह जानकारी दी गई. आदेश के मुताबिक, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने भारत सरकार के सचिव के पद और वेतनमान पर प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में खरे की नियुक्ति को अनुबंध के आधार पर शुरू में दो साल की अवधि के लिए मंजूरी दी है.
अमित खरे 30 सितंबर को सचिव (उच्च शिक्षा) के पद से रिटायर हुए हैं. उनके कार्यकाल में केंद्रीय कैबिनेट की तरफ से देश की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी गई थी. उन्होंने अपनी विशेषज्ञता और अलग-अलग क्षेत्रों में व्यापक अनुभव के साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान दिया. उज्जवला योजना में भी योगदान दिया. उन्होंने दिसंबर 2019 में शिक्षा मंत्रालय उच्च शिक्षा विभाग के सचिव के रूप में कार्यभार ग्रहण किया था. उसके बाद थोड़े समय के भीतर, कैबिनेट की तरफ से 29 जुलाई 2020 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी गई थी.
चारा घोटाले को किया था उजागर
अमित खरे ने बहुचर्चित चारा घाटोले का पर्दाफाश किया था जिसमें आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव तो जेल जाना पड़ा. चाईबासा उपायुक्त रहते हुए उन्होंने चारा घोटाला मामले में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी. इसके बाद ये मामला सुर्खियों में आया.