Attack On ED Officers In West Bengal: पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में छापेमारी करने गई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर शुक्रवार को हुए हमले को लेकर सियासी तूफान उठा हुआ है. दक्षिण 24 परगना के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शेख शाहजहां, जिसके घर छापेमारी के दौरान ईडी अधिकारियों पर हमला हुआ था, उसकी तलाश के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया गया है.
इस बीच बीजेपी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर शाहजहां को प्रोटेक्शन देने का आरोप लगाया है. पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख और उत्तर बंगाल के प्रभारी अमित मालवीय ने शनिवार (7 जनवरी) को ट्वीट कर ममता बनर्जी पर निशाना साधा है. उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक तस्वीर शेयर की है.
इसमें मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद बीरभूम जिले के बाहुबली तृणमूल नेता अणुव्रत मंडल के साथ एक ही कार में ममता बनर्जी सवार हैं. मालवीय ने कहा है कि अपराधियों को बचाने का ममता बनर्जी का पुराना ट्रैक रिकार्ड रहा है.
'शेख शाहजहां के आतंकवादी कनेक्शन की हो रही जांच'
अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, "ईडी ने खतरनाक अपराधी और ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक के भरोसेमंद गुर्गों में से एक शेख शाहजहां के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी की है. वह अन्य अपराधों के अलावा, बड़े पैमाने पर राशन घोटाले (जिसमें बंगाल में सबसे गरीब लोगों के लिए खाद्य आपूर्ति एक दशक से अधिक समय तक खुले बाजार में बेची गई थी) में वांछित है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी को शेख शाहजहां को तुरंत गिरफ्तार करने और आतंकी संगठनों के साथ उसके संबंधों की जांच करने का आदेश दिया है."
'ममता बनर्जी के संरक्षण के बिना छिपना संभव नहीं'
अमित मालवीय ने आगे लिखा, "संदेशखाली का डॉन होने का दावा करने वाला शाहजहां फरार है. यह ममता बनर्जी, जो पश्चिम बंगाल की गृह मंत्री भी हैं, के संरक्षण के बिना संभव नहीं होता." अपने इस दावे के समर्थन में ही उन्होंने उक्त तस्वीर साझा की है और पुराने घटनाक्रमों की याद दिलायी है.
'अपराधियों को बचाने का पुराना ट्रैक रिकॉर्ड'
तस्वीर में बीरभूम जिले के बाहुबली तृणमूल नेता अणुव्रत मंडल को भी इसी तरह से बचने का इशारा करते हुए मालवीय ने लिखा, "बगटुई (बीरभूम) नरसंहार के तुरंत बाद, ममता बनर्जी अपनी आधिकारिक कार में आरोपी अणुव्रत मंडल के साथ घूमीं. इसमें कोई संदेह नहीं कि शेख शाहजहां, जहां भी हो, उनके (सीएम) संरक्षण में है. लेकिन जैसे वह अणुव्रत को नहीं बचा सकीं, वैसे ही वह शाहजहां को भी नहीं बचा पाएंगी. अपराध पर खड़ा उसका खून से लथपथ साम्राज्य ढह रहा है..."
बगटुई में 21 मार्च 2022 को एक तृणमूल नेता की हत्या के बाद दर्जन भर घरों में आग लगा दी गई थी, जिसमें 10 लोग जिंदा जल गए थे. इसमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे भी थे. इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के ही नेताओं को गिरफ्तार किया गया. वारदात के समय अणुव्रत मंडल जिला तृणमूल अध्यक्ष थे.
'शाहजहां को गिरफ्तार करे पुलिस'
अपने पोस्ट के माध्यम से अमित मालवीय ने यह भी मांग की की पश्चिम बंगाल पुलिस तुरंत शाहजहां को गिरफ्तार करे. उन्होंने लिखा, "ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल पुलिस को शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने और केंद्रीय एजेंसियों को सौंपने का निर्देश देना चाहिए."
क्या है घटना?
आपको बता दें कि शुक्रवार को दक्षिण 24 परगना जिले के संदेशखाली में शेख शाहजहां के घर राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में छापेमारी करने ईडी की टीम पहुंची थी. उनके घर पर लगा ताला तोड़ने के दौरान करीब एक हजार की संख्या में शाहजहां के समर्थक एकत्रित हो गए और ईडी अधिकारियों पर हमला बोल दिया. जान बचाने के लिए केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के 32 जवानों को मोटरसाइकिलों और ऑटो से भागना पड़ा था.
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों की गाड़ियां क्षतिग्रस्त की गई थीं और लाठी डंडे तथा ईंट पत्थर से हुए हमले में एक अधिकारी का सिर फट गया. दो अन्य घायल हैं. तीनों का इलाज चल रहा है. इस घटना को लेकर राज्यपाल डॉक्टर सी वी आनंद बोस ने कड़ा रुख अख्तियार किया है और उन्होंने शाहजहां के आतंकवादी कनेक्शन की जांच के निर्देश दिए हैं.
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