नई दिल्ली: गुजरात में चुनाव अपने आखिरी दौर में हैं, नेता एक दूसरे पर आरोपों की जमकर बारिश कर रहे हैं. इसी बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के सहयोग से चुनाव लड़ रहे जिग्नेश मेवाणी को आतंकी संगठन आईएस के सहयोगी से चंदा मिल रहा है.
अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, ''पूरा देश जानता है कि पीएफआई देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है. जिस पीएफआई पर इतने गंभीर आरोप हैं उसका रिश्ता जिग्नेश के साथ है. राहुल गांधी खुद उनसे मिलते हैं, कांग्रेस अपनी एक सीट उनके लिए छोड़ देती है. इससे बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता.''
जिग्नेश वडगाम सीट से चुनाव ल़ड़ रहे हैं, चुनाव मैदान में निर्दलीय उतरे हैं लेकिन कांग्रेस उनको समर्थन दे रही है. यही वजह है कि अमित शाह के निशाने पर राहुल भी हैं. अमित शाह के आरोपों पर जिग्नेश मेवाणी का कहना है कि पीएफआई खुद साउथ में चुनाव लड़ती है तो आप उस पर बैन क्यों नहीं लगाते.
क्या है पीएफआई?
पीएफआई कट्टरपंथी संगठन के रूप में जाना जाता है, केरल में सबसे ज्यादा प्रभावशाली है. भड़काऊ भाषण देने के लिए इसके नेता कुख्यात हैं. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर केरल में धर्म परिवर्तन कराने के आरोप लगते रहे हैं. इस मामले को लेकर कई केस भी चल रहे हैं.