जम्मू-कश्मीर, नॉर्थ ईस्ट में AFSPA से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक तक, Delhi University के प्रोग्राम में क्या बोले Amit Shah
Amit Shah: गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, इस देश में 2014 से लगातार परिवर्तन हुआ है. इसकी वाहक दिल्ली विश्वविद्यालय बने. चंद्र शेखर आजाद भी इसी विश्वविद्यालय में रहे. मैं मानता हूं यह यूनिवर्सिटी आने वाले वर्षों तक अपनी पहचान बनाएं रखें.
Delhi University Programme: दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक समारोह में गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शिरकत की. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, इस देश में 2014 से लगातार परिवर्तन हुआ है. इसकी वाहक दिल्ली विश्वविद्यालय बने. चंद्र शेखर आजाद भी इसी विश्वविद्यालय में रहे. मैं मानता हूं यह यूनिवर्सिटी आने वाले वर्षों तक अपनी पहचान बनाएं रखें.
अमित शाह ने कहा, कुछ लोगों ने स्वराज को 'राज' तक सीमित कर दिया जबकि ध्यान 'स्व' पर देना चाहिए था. स्वराज को सम्पूर्ण अर्थ ही नव भारत का विचार है. भारत कोई संधि या युद्व से बना देश नहीं है बल्कि यह एक भू-संस्कृतिक देश है. अमित शाह ने कहा, आइडिया ऑफ इंडिया वसुधैव कुटुंबकम, वैष्णव जन के भजन में है.
मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि पूरी दुनिया हैरान है कि भारत में 190 करोड़ कोरोना रोधी टीके लग गए और कोई अव्यवस्था नहीं हुई. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले देश की कोई रक्षा नीति नहीं थी. विदेश नीति को ही रक्षा नीति माना जाता था. लेकिन बीते कुछ सालों में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर दुनिया को अपनी रक्षा नीति का परिचय दिया कि जो हमारी सीमा का अपमान करेगा उसको उसी की भाषा में जवाब देंगे.
उत्तरपूर्व के हालात में सुधार पर अमित शाह ने कहा कि 75 जिलों से अफ्सपा हटाई गई. पहले मानवाधिकार के नाम पर अफ्सपा हटाने की बात होती थी. लेकिन मानवाधिकार उनका भी जो आतंकवाद की भेंट चढ़ते हैं. हालात ऐसे बना दो कि कानून की जरूरत ना पड़े. जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाए जाने को लेकर अमित शाह ने कहा, लोग कहते थे कि खून की नदियां बह जाएंगी लेकिन पीएम मोदी ने चुटकी बजा कर 370 को खत्म कर दिया. खून की नदियां छोड़ो किसी में कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं है.
'NCC कैडेट्स से बोले- आप भी बन सकते हैं पीएम'
दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अमित शाह को लेकर एक रोचक कहानी बताई. दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय में NCC कैडेट्स ने गृहमंत्री अमित शाह को सलामी दी तो उन्हें अपना छात्र जीवन याद आ गया. उन्होंने धर्मेंद्र प्रधान को बताया कि जब पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई बतौर वित्त मंत्री उनके गांव आए थे तब उनका स्वागत करने वाले एक NCC कैडेट मैं भी था.
अमित शाह से जुड़ा यह रोचक वाकया साझा करते हुए प्रधान ने NCC के कैडेट्स को शुभकामनाएं दी कि भविष्य में आप भी देश के गृहमंत्री, प्रधानमंत्री बन सकते हैं. धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, स्वराज शब्द की व्याख्या बहुत सीमित कर दी गई है. हमारी स्वराज की व्यवस्था में स्व शब्द का बहुत महत्त्व है. आज 75 साल के बाद पीछे देखते है, तो लगता है कि एक बार पुनर्विचार करना चाहिए. स्वराज की संपूर्ण कल्पना ही न्यू इंडिया का विचार है.
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