BJP On Opposition Parties Meeting: लोकसभा चुनाव-2024 में बीजेपी (BJP) को कड़ी चुनौती देने के मकसद से शुक्रवार (23 जून) को बिहार के पटना में विपक्षी दलों ने बैठक की. इस दौरान विपक्ष के 17 राजनीतिक दलों ने चुनाव को लेकर साझा रणनीति पर चर्चा की. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के आह्वान पर हुई इस बैठक में 30 से अधिक विपक्षी नेताओं ने भाग लिया. इस बैठक पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) समेत कई बीजेपी नेताओं ने तंज कसा है.
अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज पटना में एक फोटो सेशन चल रहा है. सारे विपक्ष के नेता एक मंच पर हैं और संदेश देना चाहते हैं कि हम बीजेपी और पीएम मोदी को चुनौती देंगे. विपक्ष कितनी भी बार एक होने का ढोंग कर ले, लेकिन 2024 के चुनाव में 300 से ज्यादा सीटों के साथ पीएम मोदी का फिर प्रधानमंत्री बनना तय है.
"जिन्होंने जेल में डाला उनका स्वागत कर रहे"
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी की दादी ने लालू यादव को जेल में डाला था. इंदिरा गांधी ने नीतीश कुमार को पूरे 20 महीने जेल में डाला था. आज पटना की धरती पर राहुल का स्वागत करते हुए जब मैं इनकी तस्वीरें देख रहा हूं तो मुझे याद आता है कि राजनीति में क्या से क्या हो गया, कहां से चले थे और कहां पहुंच गए. नड्डा ने कहा कि कांग्रेस को विश्व नेताओं की ओर से की जा रही प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा हजम नहीं हो रही.
उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि अभी-अभी पता चला कि उद्धव ठाकरे भी पटना की धरती पर लैंड कर गए हैं. इनके पिता हिंदू सम्राट बाला साहेब ठाकरे कहा करते थे कि मैं शिवसेना को कांग्रेस नहीं बनने दूंगा. अगर मुझे कांग्रेस से हाथ मिलाना पड़ा तो मैं अपनी दुकान बंद कर दूंगा. आज बाला साहेब ठाकरे सोचते होंगे किसी और ने नहीं उनके बेटे ने ही उनकी दुकान बंद कर दी है.
"पीएम मोदी को अकेले हराने में नाकाम"
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि मैं विशेष तौर पर कांग्रेस पार्टी का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने सार्वजनिक तौर पर यह घोषित कर दिया कि कांग्रेस पीएम मोदी को अकेले हराने में नाकाम है. उन्हें सहारे की जरूरत है. वहीं केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पटना की सड़कों पर अनेकों दूल्हों की दावेदारी लगी हुई है. दूल्हा कौन है ये तो साफ समझ आ गया है कि वहां कोई दावेदारी ही नहीं है. विपक्ष एक साथ लड़े या न लड़े उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 2024 में जनता पीएम मोदी को ही फिर से प्रधानमंत्री बनाएगी.
"विपक्षी एकता एक झूठ है"
केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि 2024 में पीएम पद की कोई वैकेंसी नहीं है. विपक्षी एकता एक झूठ है. ये बस फोटो के लिए है. इस मीटिंग में बैठी ममता बनर्जी क्या कांग्रेस से समझौता कर लेंगी? अरविंद केजरीवाल अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए बैठे हैं कि जो अध्यादेश जारी हुआ है उसके संबंध में समर्थन चाहते हैं.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इन्होंने नाम तो दिया है मोदी हटाओ, लेकिन यह गठबंधन परिवार बचाओ का है. सारी परिवारवादी पार्टियां अपने परिवार को बचाने के लिए गठबंधन कर रही हैं. ऐसा ही प्रयास 2019 में भी हुआ था पर कोई फायदा नहीं हुआ. विपक्ष की बैठक पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि विपक्षी गठबंधन बुरी तरह से फ्लॉप शो साबित होगा और बीजेपी ही 2024 में आएगी.
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