पटना: बिहार एनडीए में खटपट पर विराम लग गया है. लड़ाई 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव में चेहरे को लेकर थी. जिसपर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए साफ कर दिया कि बीजेपी-जेडीयू और एलजेपी अगला विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगी.
बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने अमित शाह के बयान को कोट करते हुए ट्वीट किया, ''बिहार विधानसभा की पांच और लोकसभा की एक सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान से चार दिन पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने फिर यह निश्चय दोहराया कि अगले साल 2020 का विधानसभा चुनाव भी एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा. इस वक्तव्य से उन लोगों का मास्टरप्लान फेल हो गया जो बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में फूट डालकर सत्ता पाने की फिराक में लगे थे.''
उन्होंने आगे कहा, ''उपचुनाव के दौरान बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी ने साझा अभियान चलाकर जनता के बीच अच्छी तरह साबित किया कि यह गठबंधन अटूट है.'' बता दें कि बिहार में नाथनगर, सिमरी बख्तियारपुर, बेलहर, किशनगंज, दरौंदा विधानसभा सीट और समस्तीपुर लोकसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होने वाले हैं.
अमित शाह का बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार प्रदेश बीजेपी के कई बड़े नेता नीतीश कुमार की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं. पिछले दिनों जब बाढ़ से बिहार खासकर पटना बुरी तरह प्रभावित हुआ तो सरकार में होने के बावजूद बीजेपी ने नीतीश कुमार पर सवाल खड़े किए. सबसे पहले आवाज केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उठाई. उन्होंने यहां तक कह दिया कि ताली सरदार को तो गाली भी सरदार को.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी जलभराव और बाढ़ से निपटने में प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाते हुए नीतीश सरकार पर निशाना साधा. बता दें कि बिहार में बीजेपी-जेडीयू करीब 15 सालों से सत्ता में है. जेडीयू बड़े भाई की भूमिका में रही है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनी है.
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