चेन्नई: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके कुछ सहयोगी दलों में तल्खी के बीच पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सहयोगियों को सम्मान देने और अगले साल लोकसभा चुनाव के पहले केंद्र में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) का विस्तार करते हुए नए दोस्तों को लाने का इरादा जताया. तमिलनाडु में पार्टी अपना जनाधार बढ़ाने के लिए गठबंधन करने पर विचार कर रही है. शाह ने तमिल गौरव का आह्वान करते हुए जोर दिया कि बीजेपी की तरह कोई और पार्टी इसकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध नहीं है.


चुनाव के पहले नए दोस्त लाने की तैयारी
शाह ने कहा, ‘‘हम अपने मौजूदा सहयोगियों को सम्मान देंगे और लोकसभा चुनावों के पहले नये दोस्त लाएंगे और राष्ट्र को एक स्वच्छ सरकार देंगे.’’ शक्ति केंद्र के प्रभारी के पास बूथ स्तरीय पांच पदाधिकारियों के पार्टी से जुड़े कार्य पर नजर रखने की जिम्मेदारी होती है जबकि महाशक्ति केंद्र का पदाधिकारी शक्ति केंद्र के पांच पदाधिकारियों पर नजर रखता है.





डीएमके पर अप्रत्यक्ष हमला
शाह ने कहा कि लोकसभा चुनावों के पहले वो तमिलनाडु में अपने नए सहयोगियों की घोषणा करेंगे. तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी पार्टी-डीएमके का नाम लिए बिना शाह ने कहा कि पार्टी ने तमिल गौरव के मुद्दे पर दुष्प्रचार अभियान शुरू कर दिया था. उन्होंने कहा, ‘‘तमिल गौरव का मुद्दा जो उठा रहे हैं वो हमारे खिलाफ दुष्प्रचार में लिप्त हैं. तमिल गौरव और तमिल भाषा की रक्षा के लिए बीजेपी और उसकी तमिलनाडु इकाई की तरह कोई भी पार्टी प्रतिबद्ध नहीं है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब वो (डीएमके) केंद्र में एनडीए के साथ सत्ता में थे तो रेलवे टिकट का प्रिंट तमिल भाषा में नहीं होता था. नरेंद्र मोदी जब सत्ता में आए तो ऐसा हुआ. बीजेपी सभी राज्यों के गौरव का सम्मान करती है क्योंकि यह हमारी संस्कृति में है.’’