नई दिल्ली: वर्चुअल रैली के माध्यम से बंगाल के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल सरकार और ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोलते हुए कहा पश्चिम बंगाल में आज भी राजनीतिक हिंसा का कारोबार चल रहा है. लोग अब तो कहने लगे हैं कि इससे अच्छी तो कंपनी की सरकार थी. रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि ममता जी मै तो अपना हिसाब लेकर आया हूं लेकिन कल प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना हिसाब दे दीजिए कि आपने 10 साल में क्या किया? उसमे बीजेपी के मारे गए कार्यकर्ताओं का हिसाब न दीजिएगा.
उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ‘सोनार बांग्ला' के स्वप्न को साकार करने के लिए कटिबद्ध है. पश्चिम बंगाल का विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है.
प्रवासी मजदूरों का उठाया मुद्दा
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हमने प्रवासी मजदूरों के लिए जो विशेष ट्रेनें चलाई, उसे हमने श्रमिक स्पेशल ट्रेन कहा लेकिन ममता जी ने अपने ही राज्य के मजदूरों का अपमान करते हुए इन ट्रेनों को कोरोना एक्सप्रेस की संज्ञा दी. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की ‘कोरोना एक्सप्रेस’ टीएमसी के लिए पश्चिम बंगाल से बाहर जाने का ‘एक्जिट एक्सप्रेस’ बनेगी.
अमित शाह ने कहा कि हम हर कदम पर पश्चिम बंगाल की मदद कर रहे हैं लेकिन ममता दीदी कहती हैं कि बीजेपी वाले आकर संभाल लें. हम और नहीं कर सकते. मैं ममता दीदी को कहना चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल में चुनाव हो जाने दीजिए. राज्य की जनता आपकी ये इच्छा भी जल्द ही पूरी कर देगी.
शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का गवर्नेंस फ़ॉर्मूला 4 ‘S’ सत्ता, स्वार्थ, सिंडिकेट और संपत्ति पर टिकी हुई है. हिंसा को हथियार बना कर पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र का गला दबाया जा रहा है. भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, हिंसा और परिवारवाद की राजनीति ने राज्य की प्रगति को अवरुद्ध कर के रख दिया है. राज्य को गरीबी के दलदल में धकेल दिया है.
किसानों के मुद्दे पर घेरा
अमित शाह ने किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने आज तक राज्य के किसानों की कोई सूची केंद्र सरकार को नहीं भेजी है जिसके कारण राज्य के किसानों को किसान सम्मान निधि का कोई फायदा नहीं मिल पाया है. ममता दीदी, आप किसानों की सूची भेजिए, हम तुरंत ही किसानों के एकाउंट में पैसा ट्रांसफर करेंगे. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी हम तो अपने दूसरे कार्यकाल के प्रथम वर्ष के कार्यों का हिसाब पश्चिम बंगाल की जनता को दे रहे हैं. आप भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जनता को अपने 10 वर्षों के काले कारनामों का हिसाब दीजिए.
सीएए के मुद्दे पर ममता पर किया हमला
अमित शाह ने कहा कि ममता दीदी, आप बताएं कि मतुआ, नामशूद्र और बांग्लादेश से आए शरणार्थियों ने आपका क्या बिगाड़ा है जो आप CAA का इतना विरोध कर रही हैं? आपको पश्चिम बंगाल की जनता को इस विरोध का कारण बताना चाहिए. आप नागरिकता संशोधन कानून का विरोध तो कर रही हैं लेकिन देख लेना, चुनाव में पश्चिम बंगाल की जनता आपको राजनीतिक शरणार्थी बनाने वाली है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में विपक्ष को न तो रैलियां करने दी जा रही हैं, न ही जन-संपर्क करने दिया जा रहा है और न ही जनता द्वारा चुने गए हमारे जन-प्रतिनिधियों को कोरोना काल में जनता तक मदद पहुंचाने दी जा रही है. ममता दीदी की तानाशाही के खिलाफ खड़े होने की वजह से हमारे सौ से अधिक कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी गई है. उनका बलिदान कभी भी व्यर्थ नहीं जाएगा. मैं ममता दीदी को बताना चाहता हूँ कि आप जितना भी हिंसा का कीचड़ उछलोगी, कमल और खिल कर बाहर आएगा. पत्रकारों पर फर्जी एफआईआर की जा रही है, उन्हें नौकरी से निकालने का दबाव बनाया जा रहा है.
हिंदुओं को बनाया जा रहा निशाना
अमित शाह ने ममता सरकार पर हिंदुओ के साथ भेदभाव का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल और उम्पुन से हुए नुकसान में भी तृणमूल सरकार भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रही. राज्य की तुष्टिकरण की नीति और कमजोर कानून व्यवस्था के कारण हुगली टेलिनीपाड़ा, मालदा हरिश्चन्द्रपुर आदि जगहों पर दंगे हुए और हिंदुओं को निशाना बनाया गया. पश्चिम बंगाल की जनता इसे कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी.