नई दिल्ली: कर्नाटक की कमान संभालने जा रहे एचडी कुमारस्वामी ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकत कर 23 मई को होने वाले शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया. जानकारी के मुताबिक दोनों नेता बेंगलुरू जाने के लिए तैयार हो गए हैं. मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने कहा कि हम कर्नाटक में स्थिर सरकार देंगे. कुमारस्वामी ने कहा कि सरकार के स्वरूप को लेकर हम चर्चा कर रहे हैं, कल हमारी तरफ से बता दिया जाएगा.


अमित शाह का हमला


वहीं कर्नाटक में नतीजों के बाद सियासी नाटक और येदुरप्पा के इस्तीफे के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस-जेडीएस पर जमकर हमला बोला. अमित शाह ने कहा कि हमारे ऊपर हॉर्सट्रेडिंग के आरोप लगा रहे हैं लेकिन कांग्रेस ने तो अपना पूरा अस्तबल बेच खाया है. अमित शाह ने कहा, "कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस ने एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा. जनता ने उसे वोट दिया जो कांग्रेस को हरा सकता था. मैं इसे कन्फ्यूज़ जनादेश नहीं मानता. कांग्रेस को कर्नाटक की जनता को बताना चाहिए कि वो किस बात का जश्न मना रहे हैं.''


कांग्रेस का पलटवार


इसका पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ''बीजेपी को विधायकों को खरीदने और चोरी करने में महारत है, विधायकों के परिवार को एजेंसियां उठा कर ले गईं. कांग्रेस-जेडीएस ने अपने विधायकों बचाने के लिए जहां रखा था वहां से सुरक्षा हटा ली गई. डीजीसीए ने कांग्रेस-जेडीएस के विधायकों का जहाज उड़ने की इजाजत नहीं दी."


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सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेस में अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस अगर अपने विधायकों को विजयी जुलूस भी निकालने देते तो आज कर्नाटक में बीजेपी की सरकार होती. उन्होंने आरोप लगाया कि नतीजों के बाद कांग्रेस ने अपने विधायकों को पांच सितारा होटल में बंधक बनाया. अमित शाह ने कहा, ''कर्नाटक का जनादेश कांग्रेस के विरोध का जनदेश है, उनके आधे से ज्यादा मंत्री चुनाव हार गए. जहां जीते हैं वहां भी बहुत कम मार्जिन से जीते हैं.''


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उधर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ''कर्नाटक चुनाव में केंद्रीय एजेंसियों की मदद ली गई. हमारे बीस विधायकों के प्रचार में दिक्कत डाली गई. पूरी कोशिश की गई कि प्रचार से हटकर पूरा ध्यान परिवार पर लग जाए.'' कांग्रेस नेता ने कहा, ''बीजेपी ने कर्नाटक चुनाव में लगभग साढ़े छह हजार करोड़ रुपया खर्च किया. 20-20 करोड़ प्रचार में खर्च करने के लिए दिए, चार हजार करोड़ विधायकों की खरीद फरोख्त के लिए रखा.''